तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाना किया बंद, क्या है कारण?
पिछले 18 दिन से तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाना बंद कर दिया है। जिस अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क के आधार पर भारत में कंपनियां रोजाना दाम तय करती हैं, उसमें हफ्ते भर में 2 डॉलर प्रति बैरल का इजाफा हो चुका है। इसके बावजूद पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं।
तेल के दाम 19 मार्च से लगातार बढ़ रहे है
कहा जा रहा है कि 12 मई को कर्नाटक में चुनाव होना है इसलिए पेट्रोलियम कंपनियां ऐसा कर रही हैं। हालांकि, अब तक ना पेट्रोलियम मंत्रालय ने और ना ही कंपनियों की तरफ से कोई स्पष्टीकरण आया है। मालूम हो कि तेल के दाम 19 मार्च से रोजाना बढ़ रहे हैं।
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इसके बावजूद दामों में कोई इजाफा नहीं किया गया। 24 अप्रैल को आखिरी बार दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 13 पैसे बढ़ाकर 74.63 रु. और डीजल की 18 पैसे बढ़ाकर 65.93रु. लीटर की गई थी। जानकारों के मुताबिक, 24 अप्रैल को जब आखिरी बार कीमत बढ़ाई गई तब पेट्रोल का अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क रेट 78.84 डॉलर प्रति बैरल था। अब यह 80.56 डॉलर हो चुका है।
तेल के दाम हफ्ते भर में ही 50-60 पैसे बढ़ने चाहिए थे
जबकि डीजल का बेंचमार्क रेट 84.68 से 86.35 डॉलर हो गया है। इसके अलावा रुपया भी डॉलर के मुकाबले 27 पैसे सस्ता हुआ है, इससे आयात महंगा होगा। ऐसे में देखा जाए तो तेल के दाम हफ्ते भर में दाम 50-60 पैसे बढ़ने चाहिए थे।
aajtak
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