Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.
सूबे के फतेहपुर जनपद में सरकार के जल संरक्षण व जल संवर्धन के प्रयासों की जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा खुली अनदेखी की जा रही है। जिले में लगातार गिरते भू-जल स्तर को बढ़ाने के सभी सरकारी और बड़े निजी भवनों में वाटर रीचार्ज के लिए रेन रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य किया गया है। लेकिन अभी तक यहां निजी भवनों में तो दूर किसी भी शासकीय कार्यालय में रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाए जा सके।
जलस्तर की है बड़ी समस्या
बता दें कि सूबे के फतेहपुर जनपद में जलस्तर की समस्या इतनी बढ़ गई है कि 13 में से 8 ब्लाकों को डार्क जोन घोषित कर दिया गया है। जिम्मेदारों ने इसे नियंत्रित करने और भू-जलस्तर बरकरार रखने के लिए योजना तो बनाई लेकिन इसे जमीन पर उतारने की जहमत नहीं उठाई। पूरे शहर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की योजना धराशायी हो गई है।
प्रशासन की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लगभग दो माह में शहर के स्पोर्ट्स स्टेडियम में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिये सिर्फ एक गड्ढा ही चिन्हित हो सका । डीएम ने लगभग एक माह पूर्व सर्वे करवाकर जनपद में स्थित बड़ी सरकारी इमारतों जैसे स्पोर्ट स्टेडियम , जिला अस्पताल, कलेक्ट्रेट, विकास भवन, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की बात कही थी। लेकीन अभी तक ऐसा नज़ारा कुछ नज़र नहीं आया।
नलकूप हो चुके है ठप
सबसे बड़ी बात यह है कि जनपद के कुल 702 सरकारी नलकूपों में 183 नलकूप तीन माह पूर्व विभाग द्वारा ठप घोषित किए का चुके हैं। इतना ही नहीं जिले के 260 नलकूपों का जलस्तर 30 फीट नीचे चला गया है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी नहीं चेत रहे हैं। सिर्फ इतना ही नही एक माह पूर्व यानी जुलाई माह में जिलाधिकारी संजीव सिंह द्वारा जिले में स्थित स्पोर्ट स्टेडियम में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए जगह निर्धारित कर उसका उद्घाटन भी किया गया था। किन्तु एक माह बीत जाने के बाद भी जिले में एक भी रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाया जा सका है।