क्यों हो रही न्यूयॉर्क की आवोहवा खराब? सांस लेना हुआ मुश्किल, बना दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर

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लखनऊ: अमेरिका का न्यूयॉर्क शहर दुनिया के सबसे स्वच्छ हवा वाले शहरों में शुमार हुआ करता था. लेकिन कुछ दिनों से यहां रहने वाले 84 लाख लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो गया है.

स्मॉग की चादर…घरों से बाहर न निकलने का आदेश और चेहरे पर मास्क. ये सब पढ़कर जो पहली तस्वीर आंखों के सामने बनती है, वो है देश की राजधानी दिल्ली की, जिसे अक्सर ही जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ रहा है. मगर इस बार यह हालात दिल्ली में नहीं बल्कि अमेरिका के नंबर वन शहर न्यूयॉर्क की है.

जी हां! पॉल्यूशन के मामले में न्यूयॉर्क सिटी इस समय दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है. लोगों को घरों में रहने के निर्देश दिए गए हैं. जंगलों में लगी आग की वजह से अमेरिका और कनाडा के कई शहर धुएं के बादल में छिप गए हैं. हर जगह धुआं-धुआं है. हवा में इस कदर पाल्यूशन है कि सांस तक लेना मुश्किल हो रहा है. 2500 से ज्यादा फ्लाइट्स लेट हो चुकी हैं.

लिमिट से 56 गुना ज्यादा प्रदूषण

करीब 84 लाख लोगों की आबादी वाले इस शहर में इस समय WHO की लिमिट से 56 गुना ज्यादा प्रदूषण है. इस वजह से न्यूयॉर्क सिटी दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बना दिया है. 3 जून को जो AQI महज 15 था, वो बढ़कर 353 से 500 के बीच तक पहुंच चुका है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि न्यूयॉर्क की हवा दुबई, दिल्ली और लाहौर से भी ज्यादा खराब हो चुकी है. कनाडा के जंगलों में 400 से भी ज्यादा जगहों पर आग लगी हुई है, जिसका धुआं हवा के साथ सीमा पार कर अमेरिका की ओर आ रहा है. इसी के चलते न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स ने लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी है.

 

दिल्ली की आबोहवा कितनी साफ

दुनिया भर में हवा की क्वालिटी पर नजर बनाए रखने वाली iqair के ताजा आंकड़ों के मुताबिक प्रदूषण के मामलों में दिल्ली इस समय सातवें नंबर पर है. उसकी हवा बुजुर्गों के लिए हानिकारक है. दिल्ली का एक्यूआई खबर लिखे जाने तक 144 था, जबकि अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर का 222. दूसरे नंबर पर बांग्लादेश की राजधानी ढाका तो तीसरे पाकिस्तान का लाहौर शहर है.

सांस लेना मतलब 22 सिगरेट पीना

यूं तो पिछले एक हफ्ते से जंगल की आग की वजह से प्रदूषित हवा अमेरिका की तरफ बढ़ रही थी, लेकिन बीते 24 घंटों में हालत बद से बदतर हो गए हैं. पूरा आसमान नारंगी हो चुका है. पूरे वातावरण में इतना ज्यादा पॉल्यूशन है कि न्यूयॉर्क नारंगी कोहरे की चादर में लिपटा दिख रहा है.

डाटा बताते हैं कि 24 घंटे इस जहरीली हवा में सांस लेने का मतलब है आप 22 सिगरेट एक दिन में पी रहे हों. हवा में प्रदूषण के कण इतने ज्यादा बारीक हैं कि ये फेफड़ों तक पहुंच रहे हैं. इनकी वजह से लोगों को आंखों और सीने में जलन हो रही है.

कनाडा में सबसे भीषण आग

कनाडा में इस समय सीजन की सबसे भयानक आग लगी हुई है. वहां के जंगलों में 416 जगहों पर आग की खबर मिली है. कनाडाई अधिकारियों की मानें तो इनमें से 250 आग ऐसी हैं, जिन पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है. यह आग पिछले कई हफ्तों से सुलग रही है, लेकिन नोवा स्कोटिया के ऊपर बने तूफान की वजह से यह धुआं अमेरिकी शहरों तक पहुंच गया है. अगले कुछ दिनों में इससे राहत मिलने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं.

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