Nagpur Violence: महाराष्ट्र के नागपुर में बीते सोमवार को भड़की हिंसा ने एक भयानक रूप ले लिया है जिसके चलते अशांति कोतवाली से लेकर गणेशपेछ समेत कई इलाकों में तहस नहस मचा हुआ है. इस हिंसा के मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान को पुलिस ने धर-दबोचा है. पकड़े गए फहीम खान पर आरोप है कि उसने साजिशों के तहत लोगों को हिंसा के लिए भड़काया था. धीरे-धीरे ये मामला एक बड़ा विवाद बन गया. जहां पुलिस ने फहीम खान समेत 51 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. धीरे-धीरे ये मामला कोर्ट में जा पहुंचा, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोपी को 21 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. इसी के साथ ही पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है.
गड़करी के खिलाफ लड़ा था चुनाव
मामले की जांच में जुटी पुलिस के मुताबिक, पकड़ा गया आरोपी फहीम नागपुर के संजय बाग कॉलोनी यशोधरा नगर का निवासी है. 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में वह नितिन गडकरी से 6.5 लाख से अधिक वोटों से हार गया था. उसे मात्र 1073 वोट ही प्राप्त हुए थे. दरअसल, नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया. इसी प्रदर्शन के बीच धर्मग्रंथ को जलाने की अफवाह तेजी से फैल गई. इन्हीं कारणों के चलते हिंसा भड़कने में जरा भी देर नहीं लगी.
अध्यक्ष पद की दबंगई दिखाते हुए फहीम खान ने फैलाई हिंसा
आपको बता दें ये वही फहीम खान है जिसने साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ने में अपनी भागीदारी निभाई थी. 38 वर्षीय फहीम शमीम खान माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी यानी कि (MNDP) का नागपुर अध्यक्ष है. ऐसे में माना ये जा रहा है कि शायद अपने अध्यक्ष पद की दबंगई दिखाते हुए नागपुर में हिंसा भड़काने की घटना को अंजाम दिया है जिसका नतीजा हद से ज्यादा बुरा नजर आ रहा है.