धर्मांतरण का एक अजीबोगरीब मामला मलेशिया की राजधानी क्वालालंपुर से आया है. यहां अपने ही धर्म के खिलाफ एक मुस्लिम महिला ने स्थानीय हाईकोर्ट में याचिका दी है. याचिका में मुस्लिम महिला ने ‘मुझे इस्लाम बिल्कुल भी पसंद नहीं है और ना ही विश्वास है. मैं उसके किसी नियम को नहीं मानती हूं. मैं सूअर का मांस भी खाती हूं और खूब शराब पीती हूं जो कि मुस्लिम धर्म में निषेध है.’ महिला ने बताया कि मैं बौद्ध धर्म को मानती हूं और उसे अपनाना चाहती हूं. महिला की इस याचिका पर दलीले सुनने के बाद अब 15 जून को हाईकोर्ट मामले पर सुनवाई करेगी.
अपनी याचिका में मुस्लिम महिला ने मांग करते हुए कहा ‘भले ही मुझे एक मुस्लिम माता-पिता ने जन्म दिया हो, लेकिन मैंने कभी इस धर्म को स्वीकार नहीं किया है. कोर्ट घोषणा कर दे कि मैं मुस्लिम नहीं हूं. क्योंकि मैंने कभी इस्लाम की शिक्षाओं को नहीं अपनाया. मुझे इसमें विश्वास नहीं है. मैं नियमित रूप से सूअर का मांस और शराब का सेवन भी करती हूं.’ साथ ही अपनी याचिका में उसने कोर्ट से यह तय करने की भी मांग की है कि शरिया कोर्ट के पास किसी व्यक्ति को इस्लाम धर्म से निकालने का अधिकार है या नहीं.
महिला पक्ष के वकीलों के मुताबिक, उसके माता-पिता के तलाक के बाद उसे माता ने ही पाला. वकील ने महिला की मां पर इस्लाम धर्म थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.
बता दें इससे पहले साल 2020 में भी इस महिला ने शरिया कोर्ट में धर्म छोड़ने की दलील देते हुए याचिका डाली थी. लेकिन, कोर्ट ने जब 2021 फैसला सुनाया तो उसके मुस्लिम धर्म छोड़ने को मान्यता देने से इनकार कर दिया था. अब महिला ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी है। महिला की मांग है कि इस अंतरिम आदेश पर कोर्ट की तरफ से रोक लगाई जाए.