नगर निगम के मिनी सदन की ओर से पिछले दिनों श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के दो किमी के दायरे में मीट-मुर्गा और शराब दुकानों को बंद कराने के फैसले पर अमल के लिए शुक्रवार को टीम पहुंची. पुलिस फोर्स के साथ पहुंची नगर निगम की टीम ने 26 दुकानों को बंद कराया और सूचना चस्पा करा दी. लेकिन टीम के जाने के बाद कई दुकानें फिर खुल गईं और मीट-मुर्गा की बिक्री होती रही.
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नगर निगम की टीम पहुंची तो दुकानदारों में खलबली मच गई. उन्हें देखते ही दुकानदार दुकानें बंद करने लगे. अधिकारियों ने दुकानदारों को इस बाबत आदेश की जानकारी दी और भविष्य में फिर दुकानें न खोलने की हिदायत दी. लेकिन इस हिदायत का दुकानदारों पर उतना असर नही पड़ा. टीम के जाने के बाद से किसी ने आधा तो किसी ने पूरा शटर खोलकर बिक्री शुरू कर दी.
नगर निगम के मिनी सदन ने पारित किया था प्रस्ताव
गौरतलब है कि पिछले 19 जनवरी को नगर निगम की बैठक में सर्वसम्मति से काशी विश्वनाथ धाम के दो किलोमीटर की परिधि में मांस और मदिरा की बिक्री न होने देने का फैसला लिया था. मांस-मदिरा की दुकानों को प्रतिबंधित करने के प्रस्ताव को 100 पार्षदों ने सर्वसम्मति से पारित किया था. वार्ड संख्या 69 आदिविश्वेश्वर वार्ड से भारतीय जनता पार्टी से पार्षद इंद्रेश कुमार सिंह ने बैठक में प्रस्ताव रखा था. इसके तहत दालमंडी से चौक तक सड़क के चौड़ीकरण, अवैध निर्माण को हटाकर मार्केट का निर्माण और काशी विश्वनाथ धाम के 2 किलोमीटर की परिधि में शराब और मांस की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव था. मेयर अशोक तिवारी ने बताया था कि पर्यटन के दृष्टिकोण और सांस्कृतिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए 100 पार्षदों की सर्वसम्मति से धाम के दो किमी के दायरे में शराब और मांस की दुकान प्रतिबंधित करने पर सहमति बनी है. काशी विश्वनाथ धाम के भव्य लोकार्पण के बाद भारी संख्या में पर्यटक दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. अन्य पर्यटन स्थलों पर भी पर्यटकों की बड़ी संख्या देखी जा रही है. काशी शहर सांस्कृतिक धरोहर है और दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए शराब और मांस की दुकानों का माहौल अनुचित है. इसीलिए अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा दो किलोमीटर के प्रतिबंधित क्षेत्र में शराब और मांस की दुकान खोली जाती है तो उस पर कानूनी कार्रवाई होगी. आपको बता दें कि इससे पहले काशी विश्वनाथ धाम के एक किमी की परिधि तक ही शराब और मांस की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया गया था. इसे बढ़ाकर दो किमी कर दिया गया है.