धीरेंद्र शास्त्री से शादी करना चाहती है शिवरंजनी, पैदल चलकर जा रहीं बागेश्वर धाम
बागेश्वर धाम सरकार पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. देश और विदेशों में भी आज इनके करोड़ों की संख्या में भक्त हैं. युवा संत बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मुखर होकर देश को हिंदू राष्ट्र बनाने बात कहते हैं. जिसे लेकर वो अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. हालांकि, इस बार उनके बयान के नहीं, बल्कि उनके प्यार में दिवानी हुई एक लड़की के चर्चे हो रहे एमबीबीएस की छात्रा शिवरंजनी तिवारी ने बाबा बागेश्वर के साथ शादी करने की इच्छा जताते हुए पदयात्रा शुरू कर दी है.
दरअसल शिवरंजनी तिवारी, पंडित धीरेंद्र शास्त्री से विवाह करना चाहती हैं. इसी मनोकामना को लेकर उन्होंने गंगोत्री धाम से बागेश्वर धाम तक सर पर गंगाजल का कलश लेकर पदयात्रा शुरू की है. शनिवार को शिवरंजनी तिवारी चित्रकूट स्थित संतोषी अखाड़ा पहुंची. जहां चित्रकूट के साधू संतो के समक्ष भजनों का गायन करते हुए मनोकामना पूर्ति हेतु साधु संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया.
सिर पर गंगाजल रखकर छात्रा की पदयात्रा….
शिवरंजनी तिवारी ने बताया कि उनके द्वारा सिर पर गंगा जल का कलश लेकर पद यात्रा की जा रही है. वो अभी इस बारे में खुल कर नहीं बोलती लेकिन लोगों का कहना है कि वो बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री से विवाह की कामना को लेकर ये यात्रा कर रही हैं. शिवरंजनी से पूछे जाने पर वो सिर्फ यही कहती हैं कि 16 तारीख का इंतजार करें. हालांकि उनकी बातों से साफ अनुमान लगाया जा सकता है क्योंकि एक जगह वो बात करते हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को प्राणनाथ कहते हुए दिखाई देती हैं.
शिवरंजनी का कहना है कि वो आगामी 16 तारीख को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को ही उनके मन की बात बताएंगी. इस बाबत संतोषी अखाड़ा के महंत श्रीरामजी दास महाराज से पूछने पर उन्होंने कहा कि विवाह संस्कार विधि का विधान होता है, लेकिन अगर इसी कामना को लेकर शिवरंजनी तिवारी द्वारा पदयात्रा की जा रही है. तब फिर चित्रकूट के साधु संतों का पूर्ण आशीर्वाद है. यात्रा में शिवरंजनी तिवारी के पिता, भाई और अन्य लोग भी शामिल हैं.
सिवनी की रहने वाली हैं शिवरंजनी
शिवरंजनी तिवारी किसी और राज्य की नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के ही सिवनी जिले की रहने वाली हैं। वह जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के परिवार से ताल्लुक रखती हैं। शिवरंजनी ने खैरागढ़ से आठ साल तक संगीत की शिक्षा हासिल की है। शिवरंजनी चार साल की उम्र से भजन गा रही हैं। उनकी मंत्रमुग्ध करने वाली आवाज सुनकर भक्त भावविभोर हो उठते हैं।
बांग्लादेश से एक महिला भी पहुंची थी बागेश्वर धाम….
वनवासी राम कथा वाचक के अंतिम दिन यानी 24 मई की रात को पंडित धीरेंद्र शास्त्री को देखने-सुनने और उनके पास अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अर्जी लगाने के लिए भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी. श्रद्धालुओं को देखकर बाबा धीरेन्द्र शास्त्री ने पहले दिव्य दरबार लगाया. फिर प्रेत दरबार लगाकर समस्याओं का समाधान किया. इसके बाद देर रात तक राम कथा का वाचन हुआ। जानकारी के अनुसार, हिंदुस्तान के पड़ोसी देश बांगलादेश से एक मुस्लिम महिला बागेश्वर पीठाधीश धीरेन्द्र शास्त्री से मिलने पहुंच गई और वहां मौजूद लोगों ने बताया कि वह बाबा से मुलाकात कर हिंदू धर्म अपनाना चाहती है. हालांकि, बाबा ने कहा कि आप अभी जिस धर्म में हैं, वहीं रहें. हम धर्मांतरण के पक्ष में नहीं हैं।
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