Chrome यूजर्स के लिए खतरे की घंटी हो सकता है मालवेयर, जाने कैसे ?
Chrome : साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने हाल ही में एंड्रॉइड एक्सलोडर मालवेयर को रिलीज़ किया है. यह मालवयेर स्वचालित रूप से एंड्रॉइड डिवाइस से सेंसेटिव डेटा चुराता है. Roaming Mantis नामक थ्रेट एक्टर ने एंड्रॉइड एक्सलोडर मालवेयर का न्यू वर्जन तैयार किया है. मालवेयर को फैलाने का एक साधन एसएमएस टेक्स्ट है. इस तरह के एसएमएस में एक छोटा यूआरएल शामिल है. यूजर को इस लिंक पर क्लिक करने पर मोबाइल ऐप के लिए एंड्रॉइड इंस्टॉलेशन फाइल डाउनलोड करने का ऑफर मिलता है.
कैसा दिखता है मालवेयर
Bleeping Computer की एक रिपोर्ट के अनुसार, McAfee के रिसर्चर ने XLoader malware का एक न्यू वर्जन तैयार किया है. यह उपयोगकर्ता के डिवाइस में इंस्टॉल होने पर स्वचालित रूप से खुलकर एक्टिव हो जाता है. यह मालवेयर क्रोम नाम का उपयोग करके यूजर को धोखा देता है. हालांकि, Chrome में R इटैलिक तरीके से होता है. क्रोम नामक यह उपकरण आसानी से यूजर से बैकग्राउंड में चलने की अनुमति मांगता है. XLoader यूजर को कई भाषाओं (अंग्रेज़ी, फ्रांसीसी, जापानी, हिंदी और जर्मनी) में डिफॉल्ट एसएमएस ऐप बनाने के लिए भी अनुरोध करता है.
यूजर्स की जानकारी चुरा रहा है मालवेयर
आपको बता दें कि, मेकफ्री ने गूगल को नए XLoader मालवेयर की सूचना दी है. यह मालवेयर यूजर के फोन में एक्टिव होने पर पासवर्ड, टैक्स्ट, फोटो, कॉन्टैक्ट्स, हार्डवेयर जानकारी, जैसे IMEI, SIM और डिवाइस सीरियल नंबर, चुरा लेता है.
एंड्रॉइड यूजर्स इसे तुरंत करें ये काम
यह मालवेयर से बचने के लिए एंड्रॉइड उपयोगकर्ताओं को गूगल प्ले प्रोटेक्ट फीचर को फोन में इंस्टॉल करना चाहिए. किसी भी मालवेयर ऐप को गूगल प्ले प्रोटेक्ट फीचर के साथ यूजर के फोन में प्रवेश नहीं मिलता. याद रखें कि ग्राहकों को यह फीचर स्वचालित रूप से गूगल से उपलब्ध होता है. हालाँकि, कुछ उपयोगकर्ता इस फीचर को प्ले स्टोर से डिसेबल कर देते हैं.
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Google Play Protect को लागू कैसे करें
1. इसब शुरू करने से पहले Google Play Store खोला जाना चाहिए.
2. अब स्क्रीन के ऊपरी दाहिने कोने पर प्रोफाइल पिक्चर पर क्लिक करना होगा.
3. अब आपको Play Protect पर क्लिक करके इस फीचर को चालू करना होगा.