महाराष्ट्र में साधुओं की हत्या पर संतों में आक्रोश, डिजिटल मीटिंग में बनाई रणनीति

महाराष्ट्र के पालघर में भीड़तंत्र ने दो साधुओं की नृशंस हत्या कर दी।

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महाराष्ट्र के पालघर में भीड़तंत्र ने दो साधुओं की नृशंस हत्या कर दी। इस घटना का वीडियो जिसने भी देखा, उसका खून खौल गया। साधु समाज ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। वाराणसी में संतों ने ऑनलाइन मीटिंग की और लॉकडाउन के बाद महाराष्ट्र कूच करने का एलान किया।

संतों ने जताई अंतरराष्ट्रीय साजिश की आशंका-

अखिल भारतीय सन्त समाज ने इस घटना की निंदा की है। सन्त समाज की ओर से स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस घटना में अंतरराष्ट्रीय साजिश की बू आ रही है। उनके मुताबिक इस घटना को बांग्लादेशी और रोहिंग्या ने अंजाम दिया है। क्योंकि वीडियो में जो भाषा बोली जा रही है, उससे ये साफ है कि इस घटना में स्थानीय लोगों के अलावा बाहरी शख्स भी मौजूद थे।

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संतों ने दी आंदोलन की धमकी-

इस घटना के बाद से धर्म की नगरी काशी में भी साधु-संतों में आक्रोश का माहौल है। साधु-संतों के साथ हुई मॉब लिंचिंग की इस घटना के बाद सभी मठों व अखाड़ों के संतों ने ऑनलाइन बैठक कर इस घटना की निंदा की है और लॉकडाउन खत्म होने के बाद हादसे में मृत साधुओं के इंसाफ के लिए आंदोलन करने का निर्णय लिया है।

पातालपुरी के संत बाबा बालक दास ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में साधुओं के साथ हुई इस घटना ने पूरे देश को झंझोर कर रख दिया है। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन के सामने निर्मम तरीके से दोनों साधुओँ को लाठी-डंडे से भीड़ द्वारा मार दिया गया, इस घटना से महाराष्ट्र की सरकार क्या दर्शाना चाहती है।

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