फ्लू की दहशत : कानपुर के बाद लखनऊ चिड़ियाघर का बर्ड सेक्शन दर्शकों के लिए बंद
कानपुर के चिड़ियाघर में कुछ पक्षियों में बर्ड फ्लू के वायरस मिलने के बाद नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान के रूप में मशहूर लखनऊ चिड़ियाघर में पक्षियों के सभी बाड़ों को बंद कर दिया गया है।
लखनऊ चिड़ियाघर के निदेशक आर.के. सिंह ने कहा, “हम सुरक्षा व रोकथाम के उपायों को सुनिश्चित कर रहे हैं और बाड़े में रखे गए पक्षियों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। यहां अब तक वायरस के मिलने की खबर नहीं आई है, लेकिन फिर भी हम सभी निवारक उपायों को अपना रहे हैं। प्रवासी पक्षियों के मलमूत्र से यह वायरस फैलता है, इसलिए हमारी कोशिश यही है ये यहां नहीं आए।”
उन्होंने आगे कहा कि पोटेशियम परमैंगनेट की घोल वाली बोतलें चिड़ियाघर के गेट पर रखी गई हैं, ताकि यहां आने वाले लोग किसी भी प्रकार के संक्रमण से रहित हो।
निदेशक ने आगे बताया, “हम पक्षियों के बाड़े पर भी नजर बनाए हुए हैं। अगर किसी पक्षी में कोई असामान्य व्यवहार देखा जाता है, तो उसे आइसोलेटेड वार्ड में ले जाया जाएगा।”
इस बीच, बरेली में प्रवासी पक्षियों को पीने का पानी उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है और केंद्रीय एवियन रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएआरआई) में रिफ्लेक्टर्स लगाए जा रहे हैं।
संस्थान के कार्यवाहक निदेशक संजीव कुमार ने कहा, “प्रवासी पक्षियां उड़कर सीएआरआई के परिसर में किसी तरह से न आ पाए यह सुनिश्चित करने के लिए कि यहां रिफ्लेक्टर्स लगाए जा रहे हैं। सड़कों के किनारे लगे हुए पेड़ों की नीचे की टहनियों को काट दिया गया है, ताकि पक्षियों का मल-मूत्र सड़कों पर न गिरे।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी देश के विभिन्न हिस्सों से बर्ड-फ्लू के मामलों की पुष्टि को देखते हुए अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
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