लखनऊ: HDFC बैंक में महिला अधिकारी ने तोड़ा दम, काम का था तनाव ?

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लखनऊ: राजधानी स्थित HDFC बैंक में काम करते हुए एक महिला कर्मी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. बताया जा रहा है की महिला लंच के लिए कुर्सी पर बैठी ही थी कि अचानक वह जमीन पर बेसुध होकर गिर गई. आनन-फानन में महिला कर्मचारी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने महिला का शव कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

HDFC गोमतीनगर की थी कर्मचारी…

जानकारी की मुताबिक, महिला बैंक कर्मी गोमतीनगर की HDFC बैंक में कार्यरत थीं. बताया जा रहा है कि जब महिला लंच के लिए बैठी तब अचानक कुर्सी से गिर गई जिससे उनकी मौत हो गई. महिला की पहचान सदफ फातिमा के रूप में हुई है. उनकी उम्र 45 साल बताई गई है. यह महिला कर्मचारी लखनऊ के ही वजीरगंज इलाके की रहने वाली थीं.

कुर्सी पर थीं बैठी ,अचानक गिरी

बैंक में काम करने वाले सहयोगियों ने बताया कि, जैसे ही महिला कर्मी लंच की लिए कुर्सी पर बैठी कि अचानक बेसुध होकर गिर पड़ीं. उसके बाद जब उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया तो डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने अंदेशा जताया कि महिला की मौत हार्ट अटैक से हुई है. लेकिन कहा जा रहा है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की असली वजह का पता चल सकेगा.

काम का तनाव बना मौत का कारण

बताया जा रहा है कि महिला की मौत काम के तनाव की कारण हो सकती है. इसका कारण ऑफिस में कम स्टाफ से ज्यादा काम लेना एक सामान सी आदत होती जा रही है. इस मौत के बाद अब राजनीति होने लगी है. विपक्ष इस घटना के बाद सरकार पर हमलावर होने लगी है.

ऐसे समाचार दबाव के प्रतीकः अखिलेश यादव

बैंक कर्मी की मौत के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है. अखिलेश ने कहा कि लखनऊ में काम के दबाव और तनाव के कारण एचडीएफ़सी की एक महिलाकर्मी की ऑफिस में ही कुर्सी से गिरकर मृत्यु का समाचार बेहद चिंतनीय है.

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उन्होंने कहा, “ऐसे समाचार देश में वर्तमान अर्थव्यवस्था के दबाव के प्रतीक हैं. इस संदर्भ में सभी कंपनियों और सरकारी विभागों तक को गंभीरता से सोचना होगा. ये देश के मानव संसाधन की अपूरणीय हानि है. ऐसे आकस्मिक निधन काम के हालातों को सवालों के घेरे में ले आते हैं. किसी भी देश की असली तरक्की का पैमाना सेवा या उत्पाद के आंकड़े का बढ़ना नहीं होता बल्कि ये होता है कि व्यक्ति मानसिक रूप से कितना स्वतंत्र, स्वस्थ व प्रसन्न है.”

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कम लोग ज्यादा काम

अखिलेश यादव ने कहा कि “भाजपा सरकार की नाकाम आर्थिक नीतियों के कारण कंपनियों का काम-कारोबार इतना घट गया है कि अपने व्यापार-व्यवसाय को बचाने के लिए वो कम लोगों से कई गुना काम करवाती है. ऐसी आकस्मिक मृत्यु के लिए जितनी भाजपा सरकार ज़िम्मेदार है उतनी ही जनमानस को मानसिक रूप से हतोत्साहित करने वाले भाजपाइयों के बयान भी. इस समस्या से उबरने के लिए कंपनियों और सरकारी विभागों को ‘तत्काल सुधार’ के लिए सक्रिय और सार्थक प्रयास करने चाहिए.”

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