मालदीव का पर्याय है Lakshadweep !
जानें लक्षद्वीप की पूरी डिटेल...
Lakshadweep: पीएम मोदी दौरे के बाद से लक्षद्वीप चर्चा का विषय बना हुआ है. इसी बीच मालदीव के मंत्रियों द्वारा की गयी विवादित टिप्पणी के बाद से भारत टूरिज्म को बढावा देने और लक्षद्वीप जाने की मांग शुरू हो गयी है. इसके समर्थन में कई मशहूर हस्तियां भी उतरी है. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि, हम लक्षद्वीप को सही से जाने और वहां जाने से पहले उसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें.
ऐसा है लक्षद्वीप
लक्षद्वीप, 36 द्वीपों का समूह, अपने समुद्र तटों और हरे भरे लैंडस्केप के लिए प्रसिद्ध है. मलयालम और संस्कृत में लक्षद्वीप को “एक लाख द्वीप” कहा जाता है. लक्षद्वीप द्वीपसमूह भारत का सबसे छोटा संघ राज्यक्षेत्र है, जिसमें 36 द्वीप हैं. यह एक यूनी-जिला संघ राज्य क्षेत्र है, जिसमें दस बसे हुए द्वीप, तीन रीफ, पांच जलमग्न बैंक और 12 एटोल हैं. द्वीपों का क्षेत्रफल ३२ वर्ग किमी है कवरत्ती यूटी इसकी राजधानी है. यह अरब सागर में, केरल के तटीय शहर कोच्चि से 220 से 440 किमी दूर स्थित है. प्राकृतिक दृश्य, रेतीले समुद्र तट, विविध वनस्पतियों और जीवों और एक जीवनशैली की कमी लक्षद्वीप की मिस्टिक को बढ़ाती है.
लक्षद्वीप का तापमान
लक्षद्वीप में औसत तापमान 27 से 32 डिग्री सेल्सियस है, जो उष्णकटिबंधीय है. मई और अप्रैल में औसत तापमान 32 डिग्री सेल्सियस है. जलवायु आम तौर पर नम और सुखद है. मानसून के दौरान जलवायु अनुकूल न होने के कारण पर्यटन बंद है. मार्च से अक्टूबर तक द्वीपों पर रहने का सबसे अच्छा समय है, दक्षिण पश्चिम मानसून जून से अक्टूबर तक औसत 10 से 40 मिमी की वर्षा करता है, सापेक्ष आर्द्रता 70 से 75 प्रतिशत है. उत्तर की तुलना में दक्षिण में वार्षिक वर्षा कम होती है. साल में औसतन 80 से 90 दिन बरसात होती है. अक्टूबर से मार्च तक हल्की हवाएं रहती हैं.
कैसे पहुंचे लक्षद्वीप ?
लक्षद्वीप, अरब सागर के तट पर स्थित है, केवल पानी वाले जहाज या हवाई जहाज से ही पहुँचा जा सकता है. कोच्चि से लक्षद्वीप तक पानी वाले जहाज का रोमांचक सफर 14 से 20 घंटे तक चलता है. अगर आप जल्दी पहुंचना चाहते हैं, तो कोच्चि से लक्षद्वीप का एकमात्र हवाई अड्डा, अगट्टी, सीधे जा सकते हैं. अगट्टी द्वीप से बोट से मिनिकॉय द्वीप, कल्पेनी द्वीप और अन्य द्वीपों तक जा सकते हैं. आप भी अगट्टी से कवरत्ती द्वीप तक हेलीकॉप्टर से सवारी कर सकते हैं.
बजट
लक्षद्वीप के लिए ₹23,049 प्रति व्यक्ति की लागत से चार दिनों और तीन रातों का टूर बनता है, लेकिन यह पैकेज लक्षद्वीप पहुंचने के बाद शुरू होता है. लक्षद्वीप तक पहुंचने और वहां से बाहर निकलने के लिए आपको अपनी खुद की तैयारी करनी होगी. जहाज से जाना सबसे अच्छा विकल्प है, अगर आप कम बजट पर लक्षद्वीप घूमना चाहते हैं, कोच्चि से लक्षद्वीप तक 14 से 20 घंटे का पानी वाले जहाज से 2200 से 5000 रुपये में सफर कर सकते हैं. वहीं, फ्लाइट किराया 5500 रुपये से शुरू होता है.
क्या देखें, क्या करें ?
लक्षद्वीप के खूबसूरत समुद्र तट और अद्भुत पानी के नीचे का जीवन पर्यटकों को कई रोमांचक एक्टिविटी का लुत्फ उठाने का मौका देता है. यहां स्नोर्कलिंग, स्कूबा डाइविंग और अंडरसी वॉकिंग जैसे एडवेंचर किए जा सकते हैं. इतना ही नहीं, पर्यटक यहां कयाकिंग, कैनोइंग, जेट-स्कीइंग, किट्सर्फिंग और पैरासेलिंग का मजा ले सकते हैं. आप बोट से कई द्वीपों की सैर भी कर सकते हैं और सभी द्वीपों के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं. अगट्टी और बंगाराम आइलैंड लक्षद्वीप में डॉल्फिन देखने के लिए कुछ चुनिंदा स्थानों में से हैं.
लक्षद्वीप में घूमने की जगहें
अगत्ती द्वीप
लक्षद्वीप में रोमांच से भरी जगहें हैं, जिसमें से एक अगत्ती द्वीप है। इस छोटे से द्वीप पर साफ पानी, सफेद रेत, समुद्र तट और कई रोमांचक स्थान है. अगत्ती द्वीप पर स्नार्कलिंग एक्टिविटी का लुत्फ उठाने के लिए जा सकते हैं.
मिनिकॉय द्वीप
मिनिकॉय द्वीप एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो कि लक्षद्वीप के 36 छोटे द्वीपों में शामिल है. स्थानीय भाषा में इस द्वीप को मलिकू के नाम से जाना जाता है. यहां मूंगे की चट्टानें, सफेद रेत और अरब सागर का आकर्षित पानी देखने को मिलता है. यह द्वीप लक्षद्वीप का दूसरा सबसे बड़ा द्वीप है.
बांगरम द्वीप
हिंद महासागर के साथ नीले पानी में मौजूद बांगरम द्वीप बेहद अद्भुत पर्यटन स्थल है. प्राचीन मूंगा चट्टान और समुद्री तटों के लिए यह द्वीप जाना जाता है. यहां वाटर स्पोर्ट्स, डाल्फिन और सूर्योदय व सूर्योस्त देखने का आनंद लेने के लिए जा सकते हैं.
कावारत्ती द्वीप
कावारत्ती द्वीप लक्षद्वीप की राजधानी है. यह द्वीप आकर्षित समुद्री द्वीपों, सफेद रेत और खूबसूरत नजारों के लिए जाना जाता है. 12 एटोल, पांच जलमग्न बैंक और तीन प्रवाल भित्तियों के लिए जाना जाता है. नारियल के खूबसूरत पेड़ और वाटर स्पोर्ट्स के लिए यह द्वीप बेहद आकर्षित करता है.
मरीन संग्रहालय
लक्षद्वीप के कावारत्ती द्वीप में मरीन संग्रहालय स्थित है. यहां समुद्र से जुड़ी कलाकृतियां रखी हैं. यह संग्रहालय में मछलियों और पानी के जानवरों की प्रजातियां सबसे अधिक देखी जाती है. समुद्री जीवन की जानकारी प्राप्त करने के लिए इस म्यूजियम में घूमने जा सकते हैं.
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लक्षद्वीप का विशेष भोजन
लक्षद्वीप के भोजन में केरल का नाम अवश्य आता है, मलबार के पकवान ज्यादातर घरों के रसोई में हैं. हर डिश में करी पत्ते और जरा सा नारियल तेल होना चाहिए. यहाँ मुख्य भोजन चावल है, साथ ही विविध समुद्री भोजन है. किलंजि, एक अंडे और चावल का पकवान, शादियों में बहुत स्वादिष्ट होता है. टूना मछली मिनिकॉय द्वीप का मशहूर मूस कवाब है. लक्षद्वीप में अकेले ऑक्टोपस फ्राई मिलता है, सीफूड खाने वालों के लिए तो यह अच्छा है. लक्षद्वीप के ज्यादातर स्थानों पर मास पोडिचथु, बटला अप्पम, अवियल, बिरयानी आदि लजीज भोजन उपलब्ध हैं.