जानें कौन वीम अल-दखील जो लाई सऊदी मीडिया में बड़ा बदलाव…

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Weem Al-Dakheel : 27 सितम्बर 2018 को रात के नौ बजे का था और न्यूज चैनल में प्राइम बुलेटिन की शुरूआत होते सऊदी मीडिया वो पहला मौका था जब प्राइम बुलेटिन को पेश करने के लिए एक महिला न्यूज एंकर स्क्रीन पर सबके सामने आयी थी । वो एंकर कोई और नहीं बल्कि वीम अल-दखील नाम की महिला पत्रकार थी । यह पहला मौका था जब सरकारी न्यूज चैनल ‘सऊदी टीवी’ पर कोई महिला पत्रकार रात का बुलेटिन पेश करने के लिए आयी थी ।

वीम अल-दखील उस प्राइम बुलेटिन में अपने सहकर्मी उमर अल-नश्वन के साथ गुरुवार की रात साढ़े नौ बजे देश विदेश की खबरें पढकर सऊदी मीडिया में इतिहास रचने का काम किया था । बताया जाता है इससे पहले प्राइम बुलेटिन को पुरूष पत्रकार ही होस्ट किया करते थे । इससे पहले महिला पत्रकार महिलाओं से जुड़े कार्यक्रमों, सुबह के शो और मौसम की ख़बरों में ही दिखती थीं।

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जानें कौन हैं वीम अल-दखील

सऊदी मीडिया में महिला पत्रकार है वीम अल-दखील हैं । साल 2018 में सऊदी के सरकारी न्यूज चैनल से अपने मीडिया कैरियर की शुरूआत की थी । अरब न्यूज चैनल द्वारा दी गयी जानकारी में बताया गया कि, ‘इससे पहले वो बहरीन में अल-अरब न्यूज़ चैनल में प्रजेंटर थीं। उन्होंने यहां 2014 से 2017 के बीच काम किया।

वो सितंबर 2012 से नवंबर 2013 तक सीएनबीसी अरबिया में रिपोर्टर रही थीं। अल-दखील ने लेबानीज अमरीकन यूनिवर्सिटी से साल 2011 में पत्रकारिता में ग्रेजुएशन किया था। वो तीन भाषाओं की जानकार हैं- अरबी, इंग्लिश और फ्रेंच।’

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सऊदी सरकार ने महिलाओ के अधिकारों में ये किये गये बदलाव

– देश में जारी सुधारों को आगे बढ़ाते हुए सऊदी अरब ने महिलाओं के लिए सेना में नौकरियों के दरवाज़ा खोला था।
– दशकों तक किए संघर्ष और इंकार के बाद देश में महिलाओं को कार चलाने का अधिकार मिला।
-पिछले साल नेशनल डे के मौके पर महिलाओं को स्टेडियम में दाखिला दिया गया था, जहां अब तक पुरुष ही जाते थे।
– पिछले साल इसी महीने फ़ातिमा बाशेन को अमरीका में सऊदी अरब की उच्चायुक्त बनाने का फ़ैसला किया गया था।
– ये पहला मौका था जब किसी दूसरे मुल्क में सऊदी अरब की नुमाइंदगी करने का मौका एक महिला को देने का फ़ैसला किया        गया।
– पिछले साल एक और फ़ैसले में महिलाओं को फ़तवा जारी करने का हक़ मिला था। पिछले कई दशक से ये अधिकार सिर्फ़ पुरुषों को हासिल था।

 

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