काशी को संवारने के लिए अब एक नयी परियोजना की शरुआत होने जा रही है जिससे काशी एक रंग में रंगी नजर आएगी. शहर के प्रवेश मार्गों के किनारे बने भवन एक ही रंग में रंगे जाएंगे. मुख्य मार्गों पर जगह-जगह फसाड लाइटें और चित्र भी लगाए जाएंगे. वहीं शहर का अपना एक लोगो भी होगा. शहरवासियों व पयर्टकों के लिए यह लोगो शहर की पहचान का काम करेगा. यह कार्य पूर्ण होते ही काशी में आने से पहले ही पर्यटकों को काशी में होने की अनुभूति महसूस होगी.
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प्रधानमंत्री कर सकते हैं परियोजना का शिलान्यास
22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद काशी में भी श्रद्धालुओं की भीड़ काफी बढ़ने की संभावना है. इसको देखते हुए शहर को जी-20 की तर्ज पर सजाने-संवारने का कार्य शुरू कर दिया गया है. इसके तहत सबसे पहले शहर के पांच-छह प्रमुख प्रवेश मार्गों को तैयार किया जाएगा. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पूर्व जनवरी महीने के अंतिम या फरवरी के पहले सप्ताह में इस परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री के हाथों कराया जा सकता है. इसी क्रम में शहर के सभी चौराहों को सुंदर व आकर्षक बनाने के लिए प्रशासन की ओर से सर्वे कराया जा रहा है.
प्रशासन की ओर से मार्च से यह काम शुरू कराया जा सकता है. इसमें शहर की सड़कों के किनारे बने भवनों को अलग-अलग थीम पर कलर किया जाएगा. बताया गया कि मोहनसराय से बौलिया तक के भवन गुलाबी रंग के होंगे. लहरतारा से लंका तक लाल रंग के होंगे. नवंबर से पहले तक इस बदलाव को पूरा करने की तैयारी है.
शहर को दी जाएगी नई पहचान
बनारस के कमिश्नर कौशल किशोर शर्मा ने जानकारी दी है कि भवनों को विभिन्न रंगों और रूप में करके शहर को नई पहचान देने की योजना पर काम किया जा रहा है. अयोध्या और प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेले के दौरान काशी में भी श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ेगी. इससे पहले शहर को नए स्वरूप में प्रस्तुत किया जाएगा.