‘किसने कहा था- ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा ?’ चुनावी चंदे पर कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी पर बोला हमला
सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद भारतीय स्टेट बैंक ने अदालत में इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा पेश कर दिया है. इसके बाद इससे जुड़ी जानकारी को सार्वजनिक कर दिया गया है. अब जब इसका डेटा सार्वजनिक हो गया है तो उसपर तमाम तरह की चर्चाएं और आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी पर चुनावी बॉन्ड को लेकर हमला बोला है.
कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी पर बोला हमला
कपिल सिब्बल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर किया है. इसमें उन्होंने लिखा है कि “‘इलेक्टोरल बॉन्ड के दानदाता, लाभ के बदले लाभ स्पष्ट रूप से दिख रहा है.’ उन्होंने आगे पीएम मोदी का नाम नहीं लिए बगैर कहा, ‘एक क्विज है- किसने कहा था: ना खाऊंगा ना खाने दूंगा?’
कपिल सिब्बल ने आगे कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के डेटा को सार्वजनिक किए जाने से एक बात तो साफ हो गई है कि लाभ के बदले लाभ देने का खेल किया गया है. डिटेल्स से पता चलता है कि सबसे ज्यादा चुनावी चंदा बीजेपी को मिला है. जो लोग 2014 के पहले भ्रष्टाचार खत्म करने की बात करते थे, वही लोग अब ऐसा कर रहे हैं.
इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स सार्वजनिक
दरअसल, चुनाव आयोग ने गुरुवार (14 मार्च) को इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स सार्वजनिक की. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 12 मार्च को चुनाव आयोग को बॉन्ड की डिटेल्स दी, जिसे फिर सार्वजनिक कर दिया गया. इसके सामने आते ही विपक्षी दलों ने बयानबाजी शुरू कर दी और कहा कि डिटेल्स से पता चलता है कि सबसे ज्यादा चुनावी चंदा बीजेपी को मिला है.
वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया है कि ऐसी कंपनियों क मामले देखने को मिले हैं, जहां चुनावी बॉन्ड के तौर पर चंदा दिया गया. इसके बाद सरकार की तरफ से भारी लाभ दिया गया है. 1300 से ज्यादा कंपनियों और व्यक्तियों ने चुनावी बॉन्ड खरीदकर पार्टियों को चंदा दिया है. इसमें सबसे ज्यादा चंदा बीजेपी को 6 हजार करोड़ से ज्यादा मिला है.