कैराना लोकसभा सीटः सियासत और विरासत के बीच जबरदस्त है मुकाबला

लोकसभा की इस सीट पर देश और प्रदेश की नजरें

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देश में लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है. देश के सबसे बड़े राज्य में यूपी में 7 चरणों में मतदान होना है. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. ऐसे में सियासी हलचल भी तेज हो गई है और राजनीतिक पार्टियां जी-तोड़ मेहनत कर रही हैं. ऐसे में आपको हम बताने जा रहे हैं जर्नलिस्ट कैफ़े की खास शो सीट का समीकरण में कैराना लोकसभा सीट के बारे में…

कैराना का इतिहास…

बता दें कि कैराना लोकसभा सीट का नाम आते ही सबसे पहले लोगों की जुबान में पलायन से साथ – साथ किराना, घराना और सुर-ताल से जुड़ी यादें ताजा हो जाती हैं. संगीत की दुनिया में जहां कैराना प्रसिद्ध है, तो बदलते वक्त में राजनीति में भी महत्वपूर्ण है. लोकसभा की इस सीट पर देश और प्रदेश की नजरें टिकी रहती हैं.

1962 में अस्तित्व में आई सीट

बता दें कि कैराना लोकसभा सीट 1962 में अस्तित्व में आई और यहां पहली बार लोकसभा चुनाव हुए. इस लोकसभा चुनाव में यशवंत सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी लड़कर जीत हासिल की. इसके बाद संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी ने जीत हासिल की. वहीं तीसरी बार हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता खुला और प्रत्याशी शफकत जंग ने जीत दर्ज की थी.

किसी दल ने नहीं लगाई हैट्रिक…

बता दें कि इस सीट पर कभी भी किसी दल ने हैट्रिक नहीं लगाई है इस सीट पर 2004 से हर बार नया सांसद मिला है. अगर बात करें तो कैराना के इतिहास में साल 1977 और 1980 में जनता दल जबकि 1999 और 2004 में राष्ट्रीय लोकदल को लगातार दो बार जीत हासिल हुई है.

कैराना पर जातीय समीकरण…

बता दें कि इस क्षेत्र की खासियत ये है कि इस सीट पर हिन्दू, मुसलमान और गुर्जर बहुल सीट है और ये तीसरी बार होगा जब हसन परिवार और बीजेपी के प्रदीप चौधरी चुनाव में आमने-सामने होंगे. इस सीट पर जिसमें 57.09% वोटर्स हिंदू हैं तो 41.73% फीसद मुसलमान है.

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सियासत के बाहुबली बचा पाएंगे अपनी सीट ?

बता दें कि इस बार कैराना लोकसभा में सियासत बनाम विरासत के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है. बीजेपी की तरफ से प्रदीप चौधरी तो इंडिया गठबंधन की तरफ से इकरा हसन उम्मीदवार है. प्रदीप चौधरी तीन बार विधायक और वर्तमान सांसद है जबकि इकरा हसन के दादा अख्तर हनस, पिता मनव्वर हसन और मां तबस्सुम भी सांसद रह चुकी हैं. इनका भाई नाहिद हसन लगातार तीन बार से विधायक हैं.

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