एशिया के एकमात्र जज जिसने 15 साल में निपटाएं सवा लाख मुकदमे
देश की अदालतों में लंबित मुकदमों और न्याय मिलने में देरी की चर्चाएं तो आम है। इस बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ जज सुधीर अग्रवाल ने एक नया और अनोखा रिकॉर्ड बनाया है।
जस्टिस ने बनाया शानदार रिकॉर्ड-
इतिहास रचते हुए जस्टिस सुधीर अग्रवाल सबसे ज्यादा मुकदमों में फैसला देने वाले एशिया के बने पहले जज बन गए हैं।
जस्टिस अग्रवाल ने 31 अक्टूबर तक एक लाख तीस हजार 418 मुकदमे तय किए है।
यह कारानाम करने वाले वह एशिया के पहले जज बने हैं।
बता दें कि अयोध्या विवाद का फैसला देने वाली पीठ में जस्टिस सुधीर अग्रवाल भी शामिल थे।
उन्होंने 5 अक्टूबर 2005 को एडिशनल जज के रूप में शपथ ली थी।
10 अगस्त 2007 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के स्थाई जज पद की शपथ ली थी।
वरिष्ठ जज सुधीर अग्रवाल के चर्चित निर्णय-
शंकरगढ़ की रानी से 45 गांव मुक्त कराने का आदेश।
ज्योतिष पीठ में शंकराचार्य पद के विवाद पर निर्णय।
धरना-प्रदर्शन के दौरान संपत्ति के नुकसान की वसूली का आदेश।
सरकारी कर्मचारियों को सरकारी अस्पताल में ही इलाज कराने का निर्देश।
अवैध कब्जे से नजूल भूमि को मुक्त कराकर सरकार को देने का निर्देश।
मंत्रियों और सरकारी अफसरों के बच्चों को सरकारी प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने का निर्देश।
यह भी पढ़ें: अयोध्या ‘राम मंदिर’ पर अहम सुनवाई आज
यह भी पढ़ें: वाराणसी में कैंट को विभाजित कर लालपुर-पांडेयपुर के नाम से नया थाना बनेगा
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)