राजौरी आतंकी हमला: सरपंच ने सुनाई दिल दहलाने वाली दास्तान, आईडी में हिंदू नाम देख मारी गोली, महिलाओं से की अभद्रता
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में नये साल की शुरुआत आतंकी हमले के साथ हुई. यहां के डांगरी गांव में बीते रविवार की देर शाम को संदिग्ध आतंकियों ने हिंदू धर्म के 3 घरों पर फायरिंग कर दी, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई और 6 लोग घायल हो गए. फायरिंग में घायल हुए लोगों को राजौरी से एयरलिफ्ट कर जम्मू लाया गया है और यहां गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.
इस घटना के बारे में डांगरी गांव के सरपंच धीरज शर्मा ने बताया
‘गांव के बीचोबीच आतंकियों ने पहले लोगों की पहचान की. मारने से पहले आतंकियों ने पहचान पत्र देखा, जैसे ही पहचान पत्र पर आतंकियों ने हिंदू नाम देखा उन्हें गोली मार दी. इस घटना में एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गई है, दोनों बाप बेटे थे. आतंकियों ने महिलाओं के साथ भी बदतमीजी की. महिलाओं के बाल खींचे और उन्हें मारा, मारने के बाद महिलाओं को कमरे में बंद कर दिया. फिर उनके सामने ही गोली चला दी.’
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले पर दुख प्रकट करते हुए आश्वस्त किया है कि आतंकियों को ढूंढ निकाला जाएगा और उन्हें इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा. सिन्हा ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. इसके अलावा घायलों को 1 लाख की आर्थिक सहायता मिलेगी और उनके इलाज का खर्च सरकार उठाएगी.
वहीं, इस आतंकी घटना के बाद से डांगरी गांव के लोगों में काफी गुस्सा है. गांव के चौराहे पर चारों शवों के साथ गांव वालों ने मौन प्रदर्शन किया है. पूरी रात लोग शवों के साथ गांव के चौराहे पर थे.
लोगों का कहना है कि कश्मीर के बाद अब यहां भी टारगेट किलिंग शुरू हो गया है. साल 1990 से आतंकवाद ने जम्मू कश्मीर में पांव पसार रखा है, लेकिन पहली बार इस गांव पर आतंकी हमला हुआ है. घटना के विरोध में आज सोमवार को राजौरी बंद का आह्वान किया गया है.
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