समीक्षा करने 30 को काशी आ रहे हैं RSS प्रमुख मोहन भागवत?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत 30 जून को काशी आ रहे हैं. सूत्रों के अनुसार वह सिगरा स्थित संघ कार्यालय में प्रवास करेंगे. अपने इस प्रवास के दौरान वह विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन भी करेंगे. इसके बाद गाजीपुर में हथिया राम मठ में दर्शन पूजन के लिए रवाना होंगे. आरएसएस प्रमुख वहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस दौरान वह परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद पर रचित पुस्तक का लोकार्पण करेंगे. संघ प्रमुख क्षेत्र व प्रांत प्रचारक समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे.
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तैर रही है चुनाव समीक्षा की कवायद
गौरतलब है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ 15 जून 2024 को गोरखपुर में कथित तौर पर बंद कमरे में दो बैठकें की थी. यह बैठक करीब 30 मिनट तक चली. पार्टी सूत्रों के अनुसार भागवत उत्तर प्रदेश में हार के पीछे के प्रमुख कारणों पर आदित्यनाथ के साथ चर्चा करने गोरखपुर पहुंचे थे. दरअसल, भाजपा यूपी में सबसे मजबूत स्थिति में दिख रही थी. हालांकि नतीजे इसले उलट रहे थे. यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने केवल 33 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी. इस बार यूपी की सबसे बड़ी पार्टी समाजवादी पार्टी बन कर उभरी है. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने यूपी से 71 सीटें और 2019 लोकसभा चुनाव में 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं इस बार के लोकसभा के चुनाव में इंडिया गठबंधन ने यूपी में 43 सीटें जीती हैं. इसमें से 37 पर सपा को और छह पर कांग्रेस को जीत मिली है. इसी को देखते हुए कयास लगाया जा रहा कि काशी के सांसद के जीत में मतो के भारी अंतर को लेकर वह इसपर समीक्षा भी कर सकते हैं.
RSS की सक्रियता को लेकर लगाई गई थी अटकलें
2024 के लोकसभा के दौरान भाजपा के नेताओं ने ताबड़तोड़ रैलियां की थी. पीएम मोदी, जे पी नड्डा, अमित शाह से लेकर तमाम बड़े एवं छोटे नेताओं ने रैलियां की थीं. हालांकि RSS की इस चुनाव में सक्रियता को लेकर सवाल उठे थे. वहीं जेपी नड्डा ने एक साक्षात्कार के दौरान दावा किया था कि भाजपा को पहले RSS की जरूरत थी लेकिन पार्टी का संघठन अब आत्मनिर्भर हो गया है. इसको लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा एवं RSS में कुछ ठीक नहीं है. बता दें कि इससे पहले लोकसभा के 2014 और 2019 के चुनावों में RSS के स्वयंसेवक ने गांव-गांव जा कर जनाधार को भाजपा के पक्ष में करने का काम किया था.