तेजी से बढ़ा डिजिटल क्रांति, 2020 तक 4 गुना होगा इंटरनेट ट्रैफिक
सिस्को विजुअल नेटवर्किंग इंडेक्स के पूवार्नुमान के अनुसार 2015 और 2020 के बीच इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) ट्रैफिक साल-दर-साल बढ़ कर चार गुना हो जाएगा। 2020 में भारत का इंटरनेट ट्रैफिक 12 अरब डीवीडी प्रति वर्ष, 1 अरब डीवीडी प्रति माह या 10 लाख डीवीडी प्रति घंटा के समकक्ष होगा। यह जानकारी सिस्को द्वारा किए गए अध्ययन से मिली है।
2015 से 2020 के सिस्को वीएनआई ग्लोबल फोरकास्ट एवं सर्विस अडोप्शन अध्ययन, वास्तविक दुनिया में मोबाइल डेटा के इस्तेमाल के रुझानों को दर्शाते हैं। विश्वस्तरीय आईपी ट्रैफिक एवं सेवाओं पर पिछले 11 सालों से सिस्को वीएनआई अनुसंधान को इंटरनेट के विकास को मापने के लिए भरोसेमंद माना जाता है।
डिजिटल क्रांति के बीच खड़ा भारत
सिस्को के प्रबंध निदेशक (सेवा प्रदाता कारोबार, भारत और सार्क) संजय कौल का कहना है, “फिलहाल भारत डिजिटल क्रान्ति के बीच में खड़ा है। यहां 2020 तक इन्टरनेट ट्रैफिक 2005 की तुलना में 249 गुना होगी, इस तरह यह 33 फीसदी साल-दर-साल की चक्रवृद्धि सालाना दर के साथ बढ़ेगा। इसमें से अधिकतर विकास मशीन-टू-मशीन कनेक्शनों और निजी उपकरणों के कारण है। मोबाइल डेटा ट्रैफिक, नेटवर्क युक्त उपकरणों और एम2एम कनेक्शनों में लगातार वृद्धि अगले दशक तक स्वास्थ्य सेवाओं, कृषि, निर्माण, रीटेल, परिवहन एवं अन्य उद्योगों को प्रभावित करेगी। डिजिटल क्रान्ति के अनुरूप अत्याधुनिक नेटवर्क को स्थापित करने के लिए नेक्स्ट-जेन दृष्टिकोण अनिवार्य है।”
ब्रॉडबैंड और वीडियो का यूज बढ़ेगा
इस अध्ययन से पता चला है कि मशीन टू मशीन कनेक्शनों एवं निजी उपकरणों के बढ़ने और डिजीटलीकरण रूपान्तरण से इंटरनेट ट्रैफिक काफी अधिक बढ़ जाएगी। अगले पांच सालों में भारत में 1.9 अरब उपकरण होंगे जो नेटवर्क से जुड़े होंगे। यह संख्या 2015 की तुलना में 1.3 अरब अधिक होगी। इसके अलावा ब्रॉडबैण्ड की गति और वीडियो का उपभोग भी कई गुना बढ़ जाएगा। वहीं, औसत ब्रॉडबैण्ड स्पीड 2015 में 5.1 एमबीपीएस से 2.5 गुना बढ़कर 2020 में 12.9 एमबीपीएस तक पहुंच जाएगी। कुल मिलाकर ये सभी कारक भारत में आईपी ट्रैफिक को 34 फीसदी सीएजीआर की दर से बढ़ने में मदद करेंगे जबकि विश्वस्तरीय आईपी ट्रैफिक की वृद्धि 22 फीसदी सीएजीआर की दर पर होगी।
4 गुना ज्यादा होगा यूज
अन्य सभी ऐप्लीकेशन्स की तुलना में वीडियो सेवाएं एवं कन्टेन्ट प्रभावी बने रहेंगे। भारत में कुल इंटरनेट वीडियो ट्रैफिक 2015 में 51 फीसदी से बढ़कर 2020 में 75 पर पहुंच जाएगा। 2020 में भारतीय इन्टरनेट ट्रैफिक 2005 में कुल भारतीय नेटवर्क का 249 गुना होगा। भारत में आईपी ट्रैफिक 33 फीसदी चक्रवृद्धि सालाना दर के साथ बढ़ते हुए 2015 की तुलना में 2020 में 4 गुना हो जाएगा।
भारत में, आईपी वीडियो ट्रैफिक 40 फीसदी चक्रवृद्धि सालाना विकास दर के साथ बढ़ते हुए 2015 की तुलना में 2020 में 5 गुना हो जाएगा। भारत में आईपी वीडियो 2015 में 63 फीसदी से बढ़कर 2020 में कुल आईपी ट्रैफिक का 81 फीसदी हो जाएगा। भारत में कन्ज्यूमर आईपी वीडियो ट्रैफिक 2015 में 68 फीसदी से बढ़कर 2020 में 83 फीसदी हो जाएगा।