अलीगढ़ में सीएबी विरोधी प्रदर्शन को लेकर इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद
नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में तनाव की स्थिति को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात कर दिया गया है। इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई है। अलीगढ़ में नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध और जुमे को लेकर पुलिस-प्रशासन की ओर से खासी सतर्कता बरती जा रही है।
शांति मार्च निकालने के लिए जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी
अलीगढ़ के एडीएम सिटी राकेश मालपाणी ने बताया, “इंटरनेट सेवा गुरुवार रात 12 बजे से ही बंद कर दी गई है। यह रोक शुक्रवार शाम पांच बजे तक रहेगी। इसके अलावा शहर को 25 सेक्टरों में बांटा गया है। दो पालियों में 25-25 मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। तहसील स्तर पर एसडीएम व सीओ को सेक्टर बनाकर मजिस्ट्रेट तैनात करने के आदेश दिए गए हैं। हालांकि शांति मार्च निकालने के लिए जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है।”
जुमे की नमाज के बाद शांतिपूर्ण रैली निकालने का फैसला
विधेयक के विरोध में एएमयू छात्रसंघ के निवर्तमान अध्यक्ष मो़ सलमान इम्तियाज ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद परिसर से जिलाधिकारी कार्यालय तक विशाल जुलूस निकालने की घोषणा की है। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से जुलूस में शामिल होने का आह्वान किया है।
इम्तियाज ने कहा कि एएमयू के छात्रसंघ ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद एएमयू से डीएम ऑफिस तक शांतिपूर्ण रैली निकालने का फैसला किया है। जुमे की नमाज केवल जामा मस्जिद में होगी। इसके बाद डीएम को राष्ट्रपति और सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश को संबोधित एक ज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि इस जुलूस में सभी 32 हजार छात्र भाग लेंगे।
इसके पहले नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में एएमयू में गुरुवार को प्रदर्शन हुआ था। विद्यार्थियों के आंदोलन का स्वराज पार्टी के संस्थापक योगेंद्र यादव व गोरखपुर आक्सीजन कांड के चर्चित डॉ. कफील खान ने समर्थन किया।