मंहगाई की मार – हरी सब्जियों से लेकर आलू , प्याज और लहसुन के भाव, क्यों छू रहे आसमान, जानें
वाराणसी में हरी सब्जियों सहित अन्य के कीमतों की भावों में तेजी...
वाराणसी में हरी सब्जियों सहित आलू, प्याज और लहसुन के भाव आसमान छू रहे हैं. जिसके चलते आम लोगों का बजट गड़बड़ हो गया है. इसके साथ ही लोकल सब्जियों की पैदावार आखिरी चरण में हैं. ऐसे में सब्जियों के दाम कम होने के कोई आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं.
आलू और प्याज- एक नजर इनकी कीमतों की तरफ
अगर, वर्तमान समय में आलू और प्याज के कीमतों की बात करें तो इनके भावों में भी काफी तेजी आई है. जहां फुटकर में आलू 35 से 40 रुपये किलो, प्याज 60 से 70 रुपये किलो, टमाटर 100 से 120 रुपये किलो, भिंडी 60 तो करेला 50 रुपये, नेनुआ 50 रूपए, कद्दू व लौकी 50 रुपये है. वहीं बैगन 60 से 70 तो धनिया ढाई सौ रुपये किलो और मिर्च 100 रुपये किलो मार्केट में बिक रहे हैं .
विदेशी निर्यात ने बढ़ाया भाव
सब्जियों के महंगे भाव को लेकर जर्नलिस्ट कैफे के संवाददाता विकास यादव से बात करते हुए पहडिया स्थित पूर्वांचल की सबसे बड़ी लाल बहादुर शास्त्री फल एवं सब्जी मंडी के आलू प्याज के बड़े आढ़ती सुभाष चंद्र सिंह ने बताया कि विदेश में निर्यात की वजह से प्याज के दामों में काफी तेजी आई है. जब-जब सरकार दूसरे देशों में निर्यात शुरू करती है तो सब्जियों के भाव में 40-50 फ़ीसदी का उछाल आता है.
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कोल्ड स्टोरेज में आलू को क्या गया डंप
उनके अनुसार नए प्याज की पैदावार शुरू हो चुकी है जल्द ही इसके दाम उतरने का अनुमान है. इसके साथ ही आलू के दामों पर उन्होंने कहा बड़े किसानों द्वारा कोल्ड स्टोरेज में आलू को डंप किया गया है.
जिसे बाजार तेज होने पर ही बिक्री के लिए निकाला जाता है. ऐसे में प्रशासन अगर कोल्ड स्टोरेज पर छापे मारे और डम्प किए गए माल को बाजारों तक भिजवाएं तो आलू के दाम गिरने की संभावना है और नया आलू भी बाजार में आना शुरू हो गया है लेकिन उसके भाव तेज ही रहेंगे.
चीनी लहसुन ने पैदा की दुश्वारियां
वहीं लहसुन – प्याज के युवा व्यापारी राहुल मौर्य ने कहा कि चीनी लहसुन आने से बाजार में काफी हलचल हो गई थी क्योंकि सरकार द्वारा चीनी लहसुन बैन भी है और तमाम मंडियों में छापेमारी की वजह से अब स्थितियां सामान्य हुई हैं.
इसके बाद भी लहसुन के भाव अभी तेज ही रहेंगे. उनके अनुसार भी दूसरे देशों को निर्यात से लहसुन प्याज के भाव में तेजी है. नए प्याज की आवक शुरू हो गई है पर दामों में उसका कितना फर्क पड़ेगा.
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प्याज के दामों में गिरावट की सम्भावना पर सब्जी के दाम ऐसे ही रहेगें बरकरार
प्याज की पैदावार अच्छी रही तो प्याज के दामों में कुछ गिरावट हो सकती है. इस संबंध में हरी सब्जियों की नई फसल की जानकारी लेने पर वाराणसी के ढाब क्षेत्र में जो कि सब्जी के पैदावार का प्रमुख स्थल है,
वहां के किसानों ने बताया कि इस वक्त जो पैदावार है वह काफी कम हो गई है. नई फसल की बुवाई शुरू हो गई है जो की मार्च तक निकलने की संभावना है. वहीं सब्जी के दामों पर उन्होंने कहा कि सब्जी के भाव अब ऐसे ही बने रहेंगे.