भारतीय कंपनी Ola और Cashfree ने की कर्मचारियों की छंटनी! नई भर्तियों पर कही ये बात
इन दिनों ज्यादातर कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी का चलन तेज हो गया है. बीते दिनों ट्विटर, मेटा और अमेजन ने अपने कई कर्मचारियों की छंटनी की थी. इसी क्रम में भारतीय कंपनियों ने भी अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. दरअसल, बेंगलुरु की कैब एग्रीगेटर ओला कैब्स ने पुनर्गठन के अंतर्गत अपने कुछ विभागों से कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. इसके अलावा, ऑनलाइन पेमेंट सेवा वाली कंपनी कैशफ्री ने भी अपने ऑर्गेनाइजेशन में पुनर्गठन का हवाला देकर करीब 60 से 80 कर्मचारियों को हटा दिया है.
मनी कंट्रोल की खबर के मुताबिक, कंपनी ने ओला कैब्स, ओला इलेक्ट्रिक और ओला फाइनेंशियल सर्विसेज वर्टिकल से करीब 200 कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि पूरी टीम को लेकर कंपनी बड़े लेवल पर बदलाव कर रही है, जिसका सबसे ज्यादा असर इंजीनियरिंग सेक्शन में दिख रहा है.
ओला में कर्मचारियों की यह छंटनी पुनर्निर्माण अभ्यास के अंतर्गत हुई है. हालांकि, इस छंटनी का असर नई भर्तियों पर नहीं दिखेगा. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा
‘कंपनी अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए टीमों में बदलाव करती रहती है. छंटनी के बीच इंजीनियरिंग और डिजाइन सेक्शन में नई कर्मचारियों की नई भर्ती जारी रहेगी. वहीं, जिन लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है, उन्हें नोटिस पीरियड के हिसाब से हर्जाने की रकम के तौर पर सेवरन्स पैकेज दिया जाएगा.’
वहीं, ऑनलाइन पेमेंट सेवा वाली कंपनी कैशफ्री ने फंडिंग की कमी के चलते कर्मचारियों की छंटनी का सहारा लिया है. एक बयान में कंपनी ने कहा कि बिजनेस एक्विटिजी को ध्यान में रखते हुए कंपनी नियमित अंतराल पर अपने परफॉर्मेंस और प्रोसेस का मूल्यांकन करती है. छंटनी से जुड़े इस ताजा फैसले से 6-8% कर्मचारी प्रभावित हुए हैं.
गौरतलब है कि वर्ष 2022 में मंदी की आशंका और बिजनेस प्रभावित होने के डर से ट्विटर, अमेजन और फेसबुक समेत कई कंपनियों ने अपने हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था.