कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है। चूंकि, यह मौका देश के लोगों के सामने पहली बार आया है, इसलिए इसके बारे में आपके लिए जानना बहुत जरूरी है। इसके बारे में सही जानकारी होने से आपको इससे निपटने में काफी मदद मिलेगी। लॉकडाउन होने पर आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर दूसरी सभी सेवा पर रोक लगा दी जाती है।
कोविड-19 के चलते भारत में महाराष्ट्र और राजस्थान में सबसे पहले लॉक डाउन किया गया। इसके उत्तराखंड और पंजाब में लॉकडाउन करने की घोषणा कर दी गई। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशभर में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया।
लॉकडाउन के बारे में पहले से ज्यादा जानकारी नहीं होने से कुछ लोग घबरा रहे हैं। खासकर इसकी कर्फ्यू से तुलना करने पर उनमें डर है। लेकिन, इससे आपको घबराने की जरूरत नहीं है।
India Lockdown : आखिर लॉकडाउन होता क्या है?
लॉकडाउन का अर्थ है तालाबंदी। लॉकडाउन एक इमर्जेंसी व्यवस्था होती है। अगर किसी क्षेत्र में लॉकडाउन हो जाता है तो उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। जीवन के लिए आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है।
अगर किसी को दवा या अनाज की जरूरत है तो बाहर जा सकता है या फिर अस्पताल और बैंक के काम के लिए अनुमति मिल सकती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के काम से भी बाहर निकलने की अनुमति मिल सती है।
किसी परेशानी में हैं तो यहां करें संपर्क-
अगर लॉकडाउन की वजह से किसी तरह की परेशानी हो तो आप संबंधित पुलिस थाने, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक अथवा अन्य उच्च अधिकारी को फोन कर सकते हैं। लॉकडाउन जनता की सहूलियत और सुरक्षा के लिए किया जाता है। सभी प्राइवेट और कॉन्ट्रेक्ट वाले दफ्तर बंद रहते हैं, सरकारी दफ्तर जो जरूरी श्रेणी में नहीं आते, वो भी बंद रहते हैं।
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