भारत में ऑनलाइन शुरू हो रही कला प्रदर्शनियां
एस.जी वासुदेव द्वारा ‘थिएटर ऑफ़ लाइफ’ सीरीज में से एक श्रृंखला, काली रेखा से खींची गई टेपेस्ट्री ; मनु पारेख का एक सफेद, लहराता अभिव्यक्तिवादी बनारस; और जोगेन चौधरी की एक वाटरकलर में बादलों को इकट्ठा करने वाली एक मां की तस्वीर – ये कोलकाता के एक समकालीन आर्ट गैलरी, इमामी आर्ट में एक ऑनलाइन प्रदर्शनी “ब्लैक व्हाइट एंड मोर” में प्रदर्शित कुछ कलाकृतियां हैं।
ऑफलाइन से ऑनलाइन हुई प्रदर्शनी-
कोरोनावायरस के चलते कई सारी आर्ट गैलरी के उद्घाटन, प्रदर्शनियों के ऊपर अस्थायी रूप से विराम लगा दिया गया था। लेकिन कला की दुनिया इस महामारी को तेज़ी से जवाब दे रही है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के ज़रिये पूरी दुनिया में अभी भी आर्टिस्टों ने संभावित ग्राहकों के साथ अपने आर्ट वर्क का एक अच्छा वर्चुअल डिस्प्ले तैयार कर लाया है। वही कई आर्ट एक्सहिबिशन ऑनलाइन हो भी चुके है जैसे की पिछले महीने हॉन्ग-कॉन्ग में हुए एक ऑनलाइन आर्ट फेयर में करीब ढाई लाख लोग और करीब 2000 प्रदर्शनियां लगाई गई थी। आपको बता दें कि की इस आर्ट फेयर से करीब 270 मिलियन US डॉलर की बोहनी हुई थी। इसी फेयर के बाद दुबई में भी एक ऑनलाइन आर्ट फेयर लगाया गया था जिसमे की करीब 2500 आर्ट कैटेलॉग रखे गए थे।
भारत में हुआ ऑनलाइन आर्ट फेयर-
आपको बता दे की दुनिया में कई सालों से आर्ट शो को ऑनलाइन माध्यमों से करने की रणनीति बनाई जा रही थी, और उस प्रक्रिया में इस महामारी ने तेज़ी ला दी है। देखना दिलचस्प होगा की भारत में ये ऑनलाइन शो कितनी प्रचलित हो पाए गई और प्रतिस्पर्धा के साथ इस समय में भी अपने अस्तित्व को बरक़रार रख पाएगी।
भारत के आर्ट गैलरी ने इस ऑनलाइन माध्यमों से अपनी दस्तक लोगो को दे-दी है। हाल ही में श्राइन आर्ट गैलरी दिल्ली और तारक आर्ट गैलरी मुंबई ने पिछले ही महीने एक आर्ट शो ऑनलाइन माध्यमों से किया है। क्रमानुसार दिल्ली में हुए उस आर्ट शो का नाम ‘Speculations on a New World Order’ और वही मुंबई में हुए आर्ट फेयर को ‘Resurgence’ के नाम से जाना गया। आपको बता दें कि ही आर्ट शो ने कोरोना के बाद हमारे जीवन के हालात दर्शाने की कोशिश की है।
पहली बार ऑनलाइन प्रदर्शन-
वही ‘इमामी आर्ट वेबसाइट’ पे हुए ऑनलाइन फेयर में कई नामी-ग्रामी आर्टिस्टों के काम को दिखया गया। ‘मोनोक्रोमेटिक वर्क’ यानि एक ही रंग में किये जाने वाले कुछ काम जिसे कि बहुत ही विख्यात कलाकारों द्वारा किया गया है जैसे की जोगेन चौधरी, रॉबिन मंडल, एस.जी. वासुदेव, मनु पारेख, दसरथ पटेल की कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया था। हालांकि इन सब को पहले भी फिजिकली आर्ट गैलरी में प्रदर्शित किया जा चुका है लेकिन ऑनलाइन प्रदर्शन पहली बार किया गाया था।
अपनी संबंधित वेबसाइट पर एक कला प्रदर्शनी के लिए दर्शकों में वे कितने आश्वस्त हैं? सामाजिक गड़बड़ी को सुनिश्चित करते हुए मौजूदा महामारी ने डिजिटल माध्यम से भी दुनिया को करीब ला दिया है। इमामी आर्ट की सीईओ ऋचा अग्रवाल कहती हैं, ‘कला हमारे जीवन का एक हिस्सा है।’
कोलकाता सेंटर फरओ क्रिएटिविटी (KCC) द्वारा इमामी आर्ट वेबसाइट भी संचालित की जाती है और इसी के साथ आर्ट गैलरी ने भी अपने रास्ते इस महामारी में साफ़ कर लिया है, अब देखना ये है की आगे इनके रास्तों इन्हे इनकी मंज़िल तक पंहुचा पाएंगी या नहीं।
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[bs-quote quote=”इस आर्टिकल के लेखक एक स्टूडेंट हैं। जो सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मुदृदों पर लिखते रहते हैं।
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