IND vs ENG: जीता मैच हार गई भारतीय टीम

टीम का टॉप आर्डर नाकाम

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स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और इंग्लैंड की बीच खेली जा रही पांच मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड ने भारत को 28 रनों से हराकर 1-0 की बढ़त बना ली है. हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट में भारतीय टीम जीतते -जीतते हार गई. 25 जनवरी से शुरू हुए मैच में पहले से ही भारतीय टीम ने मजबूत पकड़ बनाई थी लेकिन बाद में जीतते हुए वह मुकाबला में हार गई.

टॉप आर्डर का ख़राब प्रदर्शन-

हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम की लिए सबसे ज्यादा ख़राब प्रदर्शन टीम की टॉप आर्डर रहा. टीम में टॉप आर्डर पूरी तरह से फ्लॉप रहा. इतना ही नहीं पहली पारी में बढ़त के बाद दूसरी पारी में 231 रनों की लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम का टॉप आर्डर नाकाम रही और एक बार फिर शुगमन गिल बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए.

पहली पारी में बेहतरीन शुरुआत देने वाले जायसवाल का भी बल्ला खामोश रहा और वह मात्र 15 रन बनाकर लौट गए. वहीं रोहित भी कोई खास कमाल नहीं कर सके और 39 रन पर आउट हो गए. देखते ही देखते भारतीय टीम का हाल ऐसा हुआ कि उसने अपने 6 विकेट 119 रन पर खो दिए थे.

ख़राब फील्डिंग बनी हार का कारण-

हैदराबाद टेस्ट में टीम के हार का मुख्य कारण ख़राब फील्डिंग बना. टीम के स्पिनर अश्विन और मोहम्मद सिराज ने मैच के दौरान कुछ खास कैच छोड़े जिसके कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा. टीम को सबसे बड़ा नुकसान हुआ इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज ओली पोप का अहम कैच छोड़ना. टीम की बेहतरीन फील्डिंग में शुमार अक्षर पटेल ने जब इनका कैच छोड़ा था तब पॉप 110 रन बनाकर खेल रहे थे.

पार्टनरशिप की खली कमी-

हैदराबाद टेस्ट में टॉप आर्डर की फ्लॉप शो के बाद मध्यक्रम भी कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाया है. पहली पारी में मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन दूसरी पारी में कोई भी बल्लेबाज चल नहीं सका और टीम के बल्लेबाज एक बड़ी साझेदारी की लिए तरस गए. दूसरी पारी में कोई भी बल्लेबाज 30 का आंकड़ा नहीं छू सका जबकि रोहित ने टीम की लिए 39 रन बनाए. टीम में 8वें विकेट पर आश्विन और भरत की बीच अर्धशतकीय पार्टनरशिप हुई. यदि किसी और के बीच एक ऐसी ही और पार्टनरशिप होती तो मैच का नतीजा कुछ और होता.

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इंग्लैंड के स्पिनर्स को समझा कमजोर-

क्रिकेट में कहा जाता है कि भारत की पिचों में स्पिनर्स को मदद मिलती है. कुछ ऐसी ही सोच को लेकर तीन स्पिनर्स के साथ एकमात्र तेज गेंदबाज को लेकर इंग्लैंड की टीम मैदान में उतरी. इंग्लैंड की टीम में बतौर स्पिनर जैक लीच, टॉम हार्टली और रेहान अहमद शामिल थे, जो रूट भी अच्छे स्पिनर हैं. भारतीय टीम ने यहां पर एक गलती कर दी कि उसने इंग्लैंड को कमजोर समझ लिया जिसका खामियाजा उसे हार के साथ भुगतना पड़ा.

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