4.6 सेमी की स्पीड से बढ़ रहा गंगा का बढ़ा जल स्तर, घाटों से टूटा संपर्क

0

वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार गंगा का जलस्तर 4.6 सेमी. प्रति घंटे की स्पीड से बढ़ रहा है। वाराणसी के 84 घाटों का आपसी संपर्क पूरी तरीके से टूट चुका है। महाश्मशान मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर गंगा के बढ़ते हुए जलस्तर का असर पड़ा है। शवदाह का स्थल भी बदल दिया गया है। गंगा का करेंट में जलस्तर 63.92 मीटर रिकॉर्ड किया गया है।

गंगा का बढ़ा जल स्तर बना चुनौती

गंगा के बढ़ते हुए जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरीके से अलर्ट मोड पर है। बाढ़ चौकियों से गंगा के जलस्तर की निगरानी की जा रही है। जिलाधिकारी वाराणसी लगातार घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं। वाराणसी के 84 घाटों पर सावन महीने के चलते विशेष रुप से निगरानी की जा रही है। सावन के महीने में सबसे ज्यादा कांवरिए बनारस आते हैं। सभी प्रमुख घाटों पर एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीम मुस्तैदी से लोगों को सावधान कर रही है।गंगा में नावों के संचालन पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।

गंगा का करेंट जल स्तर 

वाराणासी घाट पर 21 जुलाई की सुबह 6 बजे तक गंगा का जल स्तर :

गंगा का वर्तमान जल स्तर – 63.92 मीटर
बढ़ा हुआ जल स्तर – 4.6 cm/h
चेतावनी जल स्तर – 70.262 मीटर
खतरे का जल स्तर – 71.262 मीटर
एच.एफ.एल – 73.901 मीटर

घाट किनारे रहने वालों की बढ़ी धुकधुकी

वाराणसी के 84 घाटों के आसपास एक बड़ी आबादी रहती है। घाट किनारे रहने वाले लोगों को हर साल बाढ़ से सामना करना पड़ता है। ऐसे में बाढ़ की दुश्वारियों से भी दो चार होना पड़ता है। बाढ़ के समय गंगा का जलस्तर बढ़ने से घाट किनारे के इलाके पूरी तरीके से जलमग्न हो जाते हैं। गलियों में भी नाव चलाने लगती है। सबसे बुरा हाल महाश्मशान मणिकर्णिका का होता है। शवदाह के लिए शवों की लंबी कतारें भी लग जाती है।

 

Also Read : मणिपुर में जनजातियों का नंगा नाच! मैतई समर्थित भीड़ ने महिलाओं को नग्न कर घुमाया

 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More