तूतीकोरिन में प्रदर्शन के दौरान 11 लोगों की मौत, धारा 144 लागू

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तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन मंगलवार को हिंसक हो गया। इस प्रदर्शन में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल भी हैं। बता दें कि स्टरलाइट से होने वाले प्रदूषण को देखते हुए स्थानीय लोग कई महीनों से यहां स्टरलाइट कॉपर यूनिट का विरोध कर रहे हैं। घटना में मारे गए लोगों के अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं और पूरे शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है।

धारा 144 लागू

प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 144 लागू करके स्थिति को काबू में करने की कोशिश की। गौरतलब है कि मद्रास हाई कोर्ट के आदेशानुसार स्टरलाइट कॉपर यूनिट को सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। मंगलवार को यूनिट के विरोध में प्रदर्शन कर रही भीड़ अचानक उग्र हो गई और सुरक्षाकर्मियों से हाथापाई करनी शुरू कर दी। लोगों ने पुलिस के कई वाहनों को भी निशाना बनाया।

पुलिस ने स्थिति बिगड़ते देखकर आंसू-गैस के गोले छोड़े, जिससे मची भगदड़ में लगभग 20 लोगों को चोटें आईं हैं। गुस्साई भीड़ ने कई गाड़ियों को आग के भी हवाले कर दिया। दूसरी तरफ प्लांट के विस्तार के खिलाफ शहर के पुराने बस स्टैंड इलाके में लोगों ने शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया।

मृतकों के परिवार वालों को 10 लाख रुपये, सरकारी नौकरी

इस बीच तमिलनाडु सरकार ने प्रदर्शन के दौरान मरने वाले लोगों के परिवार वालों को 10 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इसके अलावा घायलों को 3 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। राज्‍य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक आयोग का भी गठन किया है।

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यूं शुरू हुआ बवाल

जानकारी के मुताबिक, यहां स्टरलाइट इंडस्ट्रीज को बंद करने के लिए लोग 100 दिन से ज्यादा वक्त से प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों ने घोषणा की थी कि वे मंगलवार को वहां मार्च करेंगे और तूतीकोरिन के जिलाधिकारी एन वेंकटेश से मुलाकात करेंगे। तय समय पर भीड़ इकट्ठा लेडी ऑफ स्नो चर्च के पास इकट्ठा हुई। प्रदर्शनकारियों का एक और ग्रुप मदाथुर गांव से रवाना हुआ था।

अचानक यह मार्च हिंसक हो गया तो पुलिस ने उन्हें वापस जाने को कहा। इसका नतीजा यह हुआ कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पहले पुलिस ने लाठीचार्ज किया फिर भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैसे के गोले भी छोड़े। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रास्ते में खड़ी गाड़ियों और कई बिल्डिंगों में आग भी लगा दी।

मौत के लिए तमिलनाडु सरकार जिम्मेदार: रजनीकांत

चेन्नई में मत्स्य पालन मंत्री डी जयकुमार ने कहा कि वे लोग कलेक्टर के कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे और हिंसा स्वीकार्य नहीं है, (पुलिस) गोलीबारी अपरिहार्य हो गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पलनिसामी आज की घटना को लेकर ‘चितित’ हैं और इस संबंध में अधिकारियों से विचार विमर्श कर रहे हैं। डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष स्टालिन ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है। वहीं रजनीकांत ने लोगों की मौत के लिए तमिलनाडु सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

राहुल ने बताया स्टेट स्पॉन्सर्ड आतंकवाद

प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने इसे स्टेट स्पॉन्सर्ड आतंकवाद बताया। राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘तमिलनाडु के स्टरलाइट प्रोटेस्ट में 9 लोगों को पुलिस की गोलियों से मार दिया जाना स्टेट स्पॉन्सर्ड आतंकवाद का उदाहरण है। अन्याय के खिलाफ प्रदर्शन करने पर इन नागरिकों की हत्या कर दी गई। मेरे विचार और मेरी प्रार्थना शहीदों और घायलों के परिवार के साथ है।’

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