यह बीमारी एक एक मेंटल डिस्ऑर्डर है, जिसकी वजह से इंसान खुद को उदास, निराश और मूल्यहीन महसूस करने लगता है। डिप्रेशन जैसी बीमारी का असर व्यक्ति की दैनिक दिनचर्या पर भी काफी हद तक पड़ता है। ऐसे में बहुत कम ही इस बीमारी को समझ पाते है, वरना लोग इस बीमारी से जूझते हुए आत्महत्या तक कर लेते है। लेकिन इस बीमारी का अंदाजा तक नहीं लगा पाते, ऐसे में बडा सवाल ये भी है कि, इस बीमारी को समझे कैसे, क्या होते है इसके लक्षण ? आइए जानते है …..
क्या होते है डिप्रेशन के लक्षण
अकेलापन महसूस होना-
डिप्रेशन की वजह से कई बार व्यक्ति हफ्तों या महीनों तक काफी दुखी और अकेलापन महसूस करने लगता है.
काम में मन न लगना –
डिप्रेशन के शिकार व्यक्ति को किसी भी काम या एक्टिविटी को करने में ना तो कोई मजा आता है और ना ही कोई रुचि होती है.
भूख और वजन का घटना –
डिप्रेशन के कारण व्यक्ति की भूख में बदलाव देखने को मिलता है. इसके कारण व्यक्ति का एकदम से वजन कम होना या बढ़ना शुरू हो जाता है.
नींद कम आना –
डिप्रेशन में नींद की समस्या काफी आम है. इस समस्या के कारण लोगों को कई बार या तो बिल्कुल भी नींद नहीं आती या फिर जरूरत से ज्यादा नींद आती है.
थकान महसूस होना –
पूरी रात की नींद के बाद भी लगातार थकान, ऊर्जा की कमी महसूस करना डिप्रेशन का एक खास लक्षण है.
ध्यान लगाने में दिक्कत
डिप्रेशन व्यक्ति की ध्यान केंद्रित करने, निर्णय लेने और चीजें याद रखने की क्षमता को खराब कर सकता है, जिससे उनके काम पर असर पड़ सकता है.
अपराधबोध और निराशाजनक महसूस करना
डिप्रेशन से ग्रस्त व्यक्ति अक्सर नकारात्मक विचारों, अपराधबोध या बेकार की फीलिंग्स और भविष्य के बारे में निराशा की भावना का अनुभव करते हैं.
बहुत ज्यादा गुस्सा आना
डिप्रेशन के कारण लोगों में चिड़चिड़ापन और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना नजर आ सकता है.
लोगों से मिलना जुलना कम होना
डिप्रेशन से ग्रस्त व्यक्ति खुद को दोस्तों, रिश्तेदारों और सोशल एक्टिविटीज से पूरी तरह से दूर कर लेते हैं.
मौत और आत्महत्या के विचार
डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति को अक्सर लगातार मौत और आत्महत्या के ख्याल आते हैं. इस तरह के ख्याल आना डिप्रेशन की सबसे खतरनाक स्थिति होती है.