ऐसे ही होती रही पानी की बर्बादी तो काशी में भी हो जाएंगे बेंगलुरु जैसे हालात..
गर्मी के शुरु होते ही शहर भर में पानी की खपत भी बढ़ गई है. हर घर में चाय की जगह शर्बत ने ले ली है. वहीं इसी के साथ बनारस में पानी की बर्बादी भी बढ़ गयी है. लोग बेवजह पानी बर्बाद कर रहे हैं. शहर में पानी की बर्बादी को रोकने के लिये भैरवनाथ स्थित श्री वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज में सुबह-ए-बनारस क्लब के बैनर तले जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान लोगों से अपील की गई कि बेवजह पानी का दुरुपयोग न करे. कार्यक्रम में श्री स्वामीनारायण मंदिर के महंत स्वामी संत श्री प्रेम स्वरूप दास ने हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि इसे आगे बढ़ाने के लिए घर-घर जाकर लोगों से जल संरक्षण के लिये अपील करनी होगी.
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सभी के सहयोग से दूर होगा संकट
कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने कहा कि देश में भूजल स्तर लगातार गिर रहा है. यदि समय रहते सभी लोगों के द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो हमारी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य खतरनाक होगा. झीलों वाली नगरी, बेंगलुरु में मौजूदा समय में उत्पन्न हुई जल संकट पर भी विस्तार से चर्चा हुई. वहीं देश के अन्य हिस्सों में भी जल-संकट की विकराल स्थिति है. वक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल सरंक्षण को लेकर उचित कदम नहीं उठाए गये तो निकट भविष्य में शहरवासियों को भी इस संकट से जूझना पड़ सकता है. लोगों को सलाह दी गई कि तेजी से गिरते जा रहे भूजल स्तर और दैनिक कार्यों में पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए जरूरत के हिसाब से पानी का इस्तेमाल और व्यर्थ में इसकी बर्बादी के प्रति जागरूकता को लेकर अभियान चलाएं.
इनकी रही मौजूदगी
लक्ष्मी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. अशोक कुमार राय , संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, प्रधानाचार्य डॉ. मुक्ता पांडे, कोषाध्यक्ष नंद कुमार ‘टोपी वाले’ के अलावा कॉलेज की छात्राएं और टीचर मौजूद रहे. इस अवसर पर सभी लोगों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई.