दिनभर में तीन सेल्फी यानी ‘सेल्फाइटिस’ की शुरुआत
अगर किसी का दिन भर में तीन से ज्यादा सेल्फी लिए बिना मन नहीं भरता तो वह एक डिसॉर्डर का शिकार है। यह दावा लंदन की नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी और तमिलनाडु के त्यागराजार स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने अपनी रिसर्च में किया है। यह रिसर्च इंटरनैशनल जरनल ऑफ मेंटल हेल्थ ऐंड एडिक्शन में प्रकाशित की गई है।
400 लोगों पर सर्वे के बाद बनाया गया है
इसके अनुसार,शोधकर्ताओं ने सेल्फी से जुड़े इस डिसॉर्डर को ‘सेल्फाइटिस’ नाम दिया है। नॉटिंघम यूनिवर्सिटी के मार्क ग्रिफिथ का दावा है कि सेल्फी के शौकीनों को जागरूक करने के लिए रिसर्च के दौरान ‘सेल्फाइटिस बिहेवियर स्केल’ भी बनाया गया है। अपनी तरह के इस अनूठे बिहेवियर स्केल को 200 लोगों के फोकस ग्रुप और 400 लोगों पर सर्वे के बाद बनाया गया है।
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भारत में सोशल मीडिया पर सक्रिय कई युवा डींगें हांकने या दोस्तों को चिढ़ाने के लिए अपनी तस्वीरें या विडियो पोस्ट करते हैं। होटल बुकिंग करने वाली एक कंपनी ने यह दावा किया है।कंपनी के अनुसार, सर्वे में 64% लोगों ने माना कि घूमने के दौरान वे सोशल मीडिया पर खाने-पीने की फोटो उन दोस्तों को चिढ़ाने के लिए पोस्ट करते हैं, जो सादा खाना खाते हैं। एक रोचक बात यह भी सामने आई है कि पर्यटन के दौरान भी युवाओं का ज्यादातर समय फोन पर ही बीतता है। इस सर्वे में 30 देशों के 9,000 लोगों के शामिल होने का दावा किया गया है।ऐसे लोगों में आत्मविश्वास की कमी, बार-बार मूड बदलने जैसे लक्षण दिखते हैं। कुछ लोग नशे के आदी की तरह व्यवहार करने लगते हैं।
सेल्फाइटिस के संकेत
हर समय अपनी सेल्फी सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की कोशिश। कुछ लोग दिन में 6 सेल्फी तक पोस्ट कर देते हैं। सेल्फी सोशल मीडिया में शेयर करना शुरू कर देना।
दिन में कम से कम 3 सेल्फी लेना लेकिन सेल्फी सोशल मीडिया पर पोस्ट न करना।
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