जानिये, कोरोना के इलाज में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन को डॉक्टर क्यों असरदायक नहीं मान रहे?

हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन में मृत्यु की दर 27.8 प्रतिशत, नहीं देने पर 11.4 प्रतिशत

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न्यूयॉर्क : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही मलेरिया-रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन Hydroxychloroquine को ‘गेम चेंजर’ करार दिया हो, लेकिन एक शोध में पता चला है कि कोरोनावायरस के मरीजों के इलाज में यह दवा फायदेमंद साबित नहीं हुआ है।
मेडआर्काइव के प्रीप्रिंट रिपोजिटरी में प्रकाशित निष्कर्षो के अनुसार, उन लोगों की मौत होने का जोखिम ज्यादा बढ़ गया, जिनका इलाज Hydroxychloroquine से किया गया था।

डेटा का विश्लेषण

अध्ययन के लिए, शोधकर्ताओं ने 11 अप्रैल तक अमेरिका के भी ‘वेटरन्स हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन मेडिकल सेंटर’ कन्फर्म सार्सकोविड-2 संक्रमण के साथ अस्पताल में भर्ती रोगियों के डेटा का पूर्वव्यापी विश्लेषण किया।

मरीजों को सिर्फ Hydroxychloroquine (एचसी)या एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसिन (एचसी प्लस एजी)के साथ देने के आधार पर कोविड-19 के लिए मानक सहायक प्रबंधन के अलावा उपचार के रूप में वर्गीकृत किया गया था।

मृत्यु दर 27.8 प्रतिशत

कुल 368 मरीजों का मूल्यांकन किया गया। जिन्हें सिर्फ Hydroxychloroquine दिया गया था उस समूह में मृत्यु की दर 27.8 प्रतिशत थी।

परिणाम ने दर्शाया कि Hydroxychloroquine और एजिथ्रोमाइसिन समूह में मृत्यु की दर 22.1 प्रतिशत थी और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन नहीं देने पर यह 11.4 प्रतिशत से भी कम था।

जोखिम कम नहीं रहता है

शोधकर्ताओं ने पाया कि ‘नो एचसी ग्रुप’ की तुलना में एचसी ग्रुप में और एचसी प्लस एजी समूह में वेंटिलेशन का जोखिम समान था।

डॉर्न रिसर्च इंस्टीट्यूट (कोलंबिया वीए हेल्थ केयर सिस्टम एंड कॉलीग्स) के जोसेफ मैगेगनोली ने कहा, “इस अध्ययन में हमें कोई सबूत नहीं मिला कि Hydroxychloroquine का इस्तेमाल अकेले या तो एजिथ्रोमाइसिन के साथ करने पर अस्पताल में भर्ती कोविड-19 रोगियों में मैकेनिकल वेंटिलेशन का जोखिम कम रहता है।”

आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत

कोविड-19 के रोगियों के इलाज में Hydroxychloroquine के इस्तेमाल को लेकर सीमित और परस्पर विरोधी आंकड़ों के बावजूद, अमेरिका के ‘फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन’ ने इस दवा के आपातकालीन उपयोग को ऐसी स्थिति के लिए अधिकृत कर दिया है, जब नैदानिक परीक्षण अनुपलब्ध या अव्यवहार्य हो।

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