बनारस में टूटा गर्मी का रिकॉर्ड, बना देश का दूसरा सबसे गर्म शहर…
बनारस में बीते गुरूवार को गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट गए है और इसके साथ ही कल देश का यह दूसरा सबसे गर्म शहर रहा है. कल बनारस का तापमान 47.8 से अधिक दर्ज किया गया. बताया जा रहा है कि, यह बनारस में 140 वर्षों में सबसे अधिक तापमान रहा है. 18 मई 1884 को वाराणसी में सबसे पहले 47.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था. गुरूवार को सुबह 10 बजे 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था. वही मौसम विभाग ने बताया कि, सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक हर दो घंटे में एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई. इससे गुरूवार को औसत से 7.1 अधिक तापमान 47.8 डिग्री सेल्सियस रहा है. इसके अलावा न्यूनतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस था, जो औसत से 6.1 डिग्री अधिक था. इस तरह कल यानी 30 मई का दिन बनारस में सीजन का सबसे गर्म रहा है.
तीन दिन में दूसरी बार टूटा रिकॉर्ड
इस सीजन में पिछले तीन दिन में ही काशी में सबसे अधिक तापमान का रिकॉर्ड दूसरी बार टूट गया है. बीते मंगलवार यानी 28 मई को अधिकतम 47.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचने के बाद यह पहला रिकॉर्ड था और कल यानी 30 मई को सबसे अधिक 47.8 डिग्री सेल्सियस का रिकॉर्ड दर्ज किया गया. वही 29 मई के अलावा हर दिन तापमान बढ़ा है. 23 मई को तापमान 35.5 था और 30 मई को 47.8 तक पहुंच गया है. एक हफ्ते में तापमान 12.3 डिग्री तक तापमान बढा है.
वही भीषण गर्मी को मद्देनजर रखते हुए नगर निगम ने गोदौलिया चौराहे पर स्प्रिंकलर लगवाए है, इसके अलावा रोस्टरवार सड़कों और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में मिस्ट गन से पानी का छिड़काव करने की शुरुआत की गई है. यह स्प्रिंक्लर मशीन गोदौलिया चौराहे पर सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगी.
मजदूरों के लिए जारी किया गया अलर्ट
आपको बता दें कि, हर घंटे लगभग दो लीटर पानी की आवश्यकता होगी. 12 घंटे में स्प्रे की बूंदों के रूप में 24 लीटर पानी वातावरण में डाल देगा. मशीन एक मिनट चलेगी और पंद्रह मिनट के लिए बंद हो जाएगी. इसके आसपास का तापमान 5 से 7 डिग्री सेल्सियस गिर जाएगा. यह अभी पहला लगाया गया है ऐसे और भी लगाए जाएंगे. वहीं, भीड़भाड़ वाले 74 स्थानों को चिह्नित किया गया है. जहां मिस्टगन से पानी का छिड़काव होगा. इसके साथ ही 22 स्थानों पर पानी पिलाने की व्यवस्था की गई है, जहां पर मटके में पानी रखा गया है. वहीं, शहर में सरकारी विभागों के निर्माण और अन्य कार्य में लगे मजदूरों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है. सुबह नौ बजे से पहले और शाम सात बजे के बाद ही कोई कार्य करें.
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पूर्वांचल के 10 जिलों में अब तक हुई 43 मौते
गुरुवार को पूर्वांचल में वाराणसी समेत 10 जिलों में गर्मी से 43 लोगों की मौत की खबर सामने आई है. गर्मी से मरने वालों में सेक्टर मजिस्ट्रेट, हेड कांस्टेबल, तीन रेलकर्मी, होमगार्ड और इंजीनियर हैं. बृहस्पतिवार को वाराणसी के भेलूपुर, लालपुर पांडेयपुर, रामनगर, लोहता और चौबेपुर थाना क्षेत्र में 9 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो महिलाएं थीं. वहीं, तीन व्यक्ति को रामनगर से बीएचयू अस्पताल भेजा गया. इलाकाई थानों की पुलिस ने सूचना मिलने पर सातों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पुलिस ने कहा कि इन सभी की मौत प्रचंड गर्मी और लू से हुई है.
वही बलिया में सात लोगों की गर्मी से तबियत बिगड़ने के बाद मौत हो गयी है. गाजीपुर में बीमार होने के बाद छह लोगों की मौत हो गई है. इसमें एक हेड कांस्टेबल और चुनावी ड्यूटी पर आए सेक्टर मजिस्ट्रेट शामिल हैं. आजमगढ़ में एक, सोनभद्र में दो, भदोही में चार और चंदौली में तीन रेलकर्मी मारे गए हैं. मिर्जापुर में 10 लोगों की मौत हुई है, जिसमें एक होमगार्ड और एक इंजीनियर शामिल हैं.