Health Tips: काली मिर्च खाने के हैं कई फायदे, ज्यादा खाने से हो सकते हैं ये नुकसान
काली मिर्च सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में सोडियम, पोटैशियम और कई विटामिन्स पाए जाते हैं, जो रोगों से राहत दिलाने में मदद करते हैं। इसे खाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। यह हेल्थ के लिए बहुत ही गुणकारी माना जाता है। आइए जानते हैं, काली मिर्च खाने से होने वाले फायदे के बारे में…
1- पेट में गर्मी- गर्मियों में ज्यादा काली मिर्च खाने से पेट में जलन और गर्मी की समस्या हो सकती है. ज्यादा काली मिर्च खाने से पेट की समस्या जैसे गैस, डायरिया और कब्ज भी हो सकती है. आपको सर्दी में भी इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए. काली मिर्च की तासीर गर्म होती है. इसलिए पित्त प्रकृति वाले लोगों काली मिर्च न खाएं. इससे शरीर में अग्नि की मात्रा बढ़ सकती है और स्वास्थ्य को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं.
2- गर्भावस्था में नुकसान- अगर आप प्रेगनेंट हैं तो आपको गर्म तासीर वाली चीजें नहीं खानी चाहिए. ऐसे में आप गर्भावस्था में बहुत ही सीमित मात्रा में काली मिर्च का सेवन करें. वहीं फीड कराने वाली महिलाओं को भी काली मिर्च ज्यादा नहीं खानी चाहिए. इससे दूध पीने वाले बच्चों को नुकसान हो सकता है. गर्मी में बिल्कुल काली मिर्च न खाएं अगर सर्दी का मौसम है तो बहुत कम मात्रा में ही खाएं.
3- त्वचा रोग- खूबसूरत और चमकदार त्वचा पाने के लिए आपकी स्किन में नमी होना जरूरी है. इसलिए गर्म तासीर की चीजें खाने से बचें. काली मिर्च काफी गर्म होती है. इसे ज्यादा खाने से पित्त बढ़ जाता है और त्वचा में खुजली हो सकती है. काली मिर्च का ज्यादा सेवन करने से त्वचा के रोग भी हो सकते हैं. इससे त्वचा में जलन भी हो सकती है. काली मिर्च ज्यादा खाने से चेहरे पर दाने, मुंह पर मुहांसे भी हो सकते हैं.
4- पेट में अल्सर- ज्यादा काली मिर्च खाने से पेट के रोगियों को परेशानी हो सकती है. काली मिर्च खाने से पेट में अल्सर भी हो सकता है. अगर आपको पहले से ही अल्सर हैं, तो आपको काली मिर्च खाने से बचना चाहिए. इससे आपकी समस्या और बढ़ सकती है. सर्दी के मौसम में भी आप डॉक्टर की सलाह पर ही काली मिर्च का सेवन करें.
5- सांस की समस्या बढ़ाए- ज्यादा काली मिर्च खाने से सांस की समस्या भी बढ़ जाती है. ज्यादा काली मिर्च खाने से रेस्पिरेट्री समस्याएं बढ़ सकती हैं. इससे ऑक्सीजन के फ्लो प्रभावित होता है और सांस की समस्या होने लगती है.