टेस्ट में लगातार छह अर्धशतक लगाने वाले भारत के तीसरे बल्लेबाज : लोकेश

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बुखार के बाद श्रीलंका के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच से वापसी कर रहे भारत के सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने अपने देश के दो दिग्गज बल्लेबाजों राहुल द्रविड़ और गुंडप्पा विश्वनाथ की बराबरी कर ली है। लोकेश ने गुरुवार को सिंहली स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन 57 रनों की पारी खेली। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में लगातार छठा अर्धशतक है। वह टेस्ट में लगातार छह अर्धशतक लगाने वाले भारत के तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं।

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लोकेश से पहले राहुल द्रविड़ और विश्वनाथ ने ही टेस्ट में लगातार छह अर्धशतक लगाए थे।

लोकेश ने इसी साल मार्च में आस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरू में खेले गए टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 90 और 51 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद उन्होंने रांची में आस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 67 रन बनाए थे। यह मैच भारत पारी से जीता था इसलिए लोकेश को दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था।

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आस्ट्रेलिया के खिलाफ ही उन्होंने धर्मशाला में खेले गए चौथे और सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच में 60 और 51 रनों की पारियां खेली थीं।

श्रीलंका के खिलाफ गॉल में खेले गए पहले टेस्ट मैच में लोकेश बुखार के कारण नहीं खेल पाए थे, लेकिन जैसे ही उन्होंने दूसरे टेस्ट में वापसी की वैसे की अपने नाम यह रिकार्ड कर लिया। लोकेश ने 82 गेंदों की पारी में सात चौके लगाए।

टेस्ट में लगातार छह अर्धशतक विश्वनाथ ने लगाए थे

भारत की तरफ से सबसे पहले टेस्ट में लगातार छह अर्धशतक विश्वनाथ ने लगाए थे। उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 1979-78 में खेले गए तीन टेस्ट मैचों की पांच पारियों और फिर पाकिस्तान के खिलाफ एक अर्धशतक लगाकर यह रिकार्ड कायम किया था। उन्होंने मेलबर्न में खेले गए टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 59, 54 की पारियां खेलीं।  इसके बाद सिडनी में उन्होंने 79 रनों की पारी खेली। ऐडिलेड में खेले गए अगले मैच में उन्होंने 89 और 73 रनों का पारियां खेलीं। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में 145 रनों की पारी खेल लगातार छह अर्धशतक लगाने वाले पहले भारतीय बने।

पारियों में द्रविड़ ने 93 और 85 रन बनाए थे

पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ ने नवंबर 1997 से मार्च 1998 के बीच विश्वनाथ की बराबरी की। जिसकी शुरुआत उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ नागपुर टेस्ट में 92 रनों की पारी खेलकर की। इसके बाद मुंबई में खेले गए टेस्ट की दोनों पारियों में द्रविड़ ने 93 और 85 रन बनाए थे।

दिग्गजों से आगे निकलने का मौका

चेन्नई में खेले गए अगले मैच में उन्होंने फिर बल्ले से रन उगले और 52 तथा 56 रनों की पारियां खेलीं। यह मैच आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था। इसके बाद उन्होंने कोलकाता में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 86 रन बनाए।  लोकेश के पास इन दोनों दिग्गजों से आगे निकलने का मौका है। इसके लिए उन्हें इसी मैच की अगली पारी में अर्धशतक जड़ना होगा।

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