Haridwar: मासूम के लिए काल बना अंधविश्वास

ब्लड कैंसर के उपचार के लिए गंगा में डुबोया, हुई मौत

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Haridwar: मोक्ष की कामना में हरिद्वार में कल-कल बहती गंगा में जहां स्नान कर लोग अपने को पवित्र मान लेते हैं वहां बुधवार की दोपहर अंधविश्वास के चलते जाने-अंजाने में एक मासूम की जान इसी गंगा में ले ली जाती है वह भी उसे बीमारी से निजात दिलाने के नाम पर. वहां कैंसर के इलाज के लिए सात साल के बच्चे को गंगा में कई मिनट तक डुबोया जाता है उसकी असमय मौत हो गई. इस दिल दहला देने वाली घटना का वीडियो इन दिनों तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

जानें क्या है पूरा मामला ? 

घटना के समय वहां मौजूद लोगों के अनुसार दिल्ली का रहने वाला एक परिवार अपने 7 साल के कैंसर पीडित बच्चे को उपचार के लिए हरिद्वार की हरकी पौड़ी लेकर पहुंचा था. वहां बच्चे के माता – पिता के साथ एक महिला भी मौजूद थी, जो बच्चे का उपचार कर सही करने का दावा कर रही थी. हालांकि उस महिला का बच्चे से संबंध का खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन बताते हैं कि महिला ने तंत्र विद्या से बच्चे का इलाज करने का दावा करते हुए उसे गंगा में डूबो दिया.

पहले तो वहां मौजूद लोग इस बच्चे को सामान्य स्नान कराना समझ रहे थे, लेकिन जब काफी देर बच्चे को डूबोया जाता देखा तो लोगों ने इसका विरोध किया. दूसरी ओर बच्चे के मा-बांप समेत उक्त महिला ने लोगों की एक न सुनी और अपनी प्रक्रिया को जारी रखा. गंगा में बच्चे का छटपटाना देख वहां मौजूद लोगों ने जबरन बच्चे को गंगा से निकाल लिया. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी, पेट में काफी पानी चले जाने व सांस बंद होने के चलते बच्चे ने दम तोड़ दिया था.

अंधविश्वास बना काल

हरिद्वार में दिनदहाड़े हरकी पौड़ी पर तंत्र-मंत्र से एक बच्चे की हुई मौत की घटना से घाट पर अफरा तफरी मच गई. मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि तंत्र-मंत्र की प्रक्रिया के दौरान बच्चे को काफी देर तक नदी में डूबा कर रखा गया. इस दौरान बच्चे के माता – पिता नदी में खड़े होकर मंत्र पढ रहे थे. वहीं उनके साथ की एक महिला बच्चे को नदी में डूबाए हुए थी. ऐसे में जबरन बच्चे निकाला जा सका तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी. यह पता चलने पर कि बच्चा ब्लड कैंसर से पीडित था और तंत्र-मंत्र की सहायता से से ठीक करने का कार्य किया जा रहा था जानकार लोगों ने अपना माथा पीट लिया.

इस हादसे की खबर से घाट पर हंगामा हो गया. घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के माता – पिता समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया . पूछताछ के दौरान बच्चे के माता पिता ने बताया कि बच्चे को ब्लड कैंसर था. बीते कई महीनों से उसका दिल्ली से इलाज चल रहा था. ऐसे में जब दिल्ली के डॉक्टर ने बच्चे के इलाज से हाथ खड़े कर दिए तो आस्थावश वे बच्चे के उपचार के लिए हरिद्वार पहुंचे थे. यहां तंत्र विद्या के चलते बच्चे की मौत हो गयी.

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मामले की जांच कर रहे एसपी सिटी ने दी ये जानकारी

मामले की जांच कर रहे एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि, ”बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बच्चे को ब्लड कैंसर होने की बात सामने आयी है. डॉक्टरों ने बच्चे के बचने की संभावना से इंकार कर दिया था इसलिए बच्चे को लेकर उसके मा-पिता यहां लेकर आए थे. उनका मानना था कि तंत्र-मंत्र के दौरान बच्चे को गंगा के पानी में कुछ देर तक डुबाये रखने से वह स्वस्थ हो जाएगा. यह हैरान करने वाला भी रहा कि जो महिला बच्चे को डुबोये थी वह उसके शव को लेकर बैठ गई, इस दौरान कभी-कभी वह हंस रही थी और दूसरे लोगों को समीप आने पर भगा रही थी. उसका दावा था कि बच्चा जीवित हो जाएगा.

 

 

 

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