आत्महत्या करने वाले किसानों की महिलाओं को काम देगा ये एनजीओ
गैरसरकारी संगठन द ग्रैंड मराठा फाउंडेशन ने महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के पंधार्कावाडा में आत्महत्या करने वाले किसानों की विधवाओं की मदद के लिए तैयार एक सामुदायिक परियोजना की मदद के लिए अपने हाथ बढ़ाए हैं। वसंतराव नाइक शेती स्वावलंबन मिशन (वीएनएसएसएम) के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने यहां कहा कि करीब 25 करोड़ की लागत वाली ‘दाल मिल एंड पैकेजिंग यूनिट’ परियोजना प्रभावित क्षेत्रों की 200 से ज्यादा विधवाओं को आजीविका देगी।
तिवारी ने इस बात का जिक्र करते हुए कहा, “हालांकि, सरकार ने नियमित रूप से किसानों की विधवाओं को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है, लेकिन नौकरशाही की जानबूझकर बरती जा रही उदासीनता के कारण लाभार्थियों तक निधि नहीं पहुंच पा रही हैं।”
इस परियोजना के तहत यवतमाल जिले में किसानों की विधवाओं को आजीविका के माध्यम से सहायता के लिए 10 ग्राम पंचायतों के लिए एक आम सुविधा तैयार की जाएगी।
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इस परियोजना को ब्रिटेन स्थित कंपनी विटाबॉयोटिक्स के निदेशक रोहित शेलाटकर और फाउंडेशन के प्रतिनिधि राजेश तवाडे ने शुरू किया। वीएनएसएसएम विधवाओं को आधुनिक कृषि पद्धतियों और ग्रामीण स्तर पर कृषि प्रसंस्करण इकाइयां चलाने का प्रशिक्षण देगा। साथ ही एक परिपूर्ण प्रशिक्षण केंद्र जल्द खोलेगा।
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