मथुरा में बनेगा गीता रिसर्च इंस्टीट्यूट

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उत्तर प्रदेश के मथुरा में गीता रिसर्च इंस्टिट्यूट स्थापित किया जाएगा। इस रिसर्च इंस्टिट्यूट में भगवत गीता पढ़ाई जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने गीता रिसर्च इंस्टिट्यूट का प्रस्ताव तैयार किया है। योगी सरकार के धर्म कार्य एवं सस्कृति विभाग की ओर से यह प्रस्ताव तैयार किया गया है। विभाग के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बताया कि गीता रिसर्च इंस्टिट्यूट का प्रस्ताव बनाकर तैयार हो गया है। इस इंस्टिट्यूट में कृष्ण काल में गायन, वादन और नृत्य पर रिसर्च की जाएगी।

प्रदेश सरकार के मंत्री मथुरा के सरकारी म्यूजियम के 144वें स्थापना समारोह में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भाषा इतनी मधुर नहीं है जितनी ब्रज भाषा है। मथुरा की कला जितनी सुंदर हैं उतनी कहीं की भी नहीं है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि मथुरा के विकास के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए।

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13 दिसंबर को दिया था धरना

कुरुक्षेत्र में कृष्णा म्यूजियम परिसर में बने गीता केंद्र में पुलिस थाना बनाए जाने का मामला अब गर्माने लगा है। प्रदेश कांग्रेस महासचिव पवन गर्ग और कुछ सामाजिक संस्थाओं ने कहा है कि गीता शोध केंद्र में गीता पर शोध होना आज की जरूरत है, लेकिन सरकार का इसके प्रति रुख कुछ और ही है। गीता शोध केंद्र को हक दिलाने के लिए 13 दिसंबर यानी कल सुबह 10 बजे सभी गीता प्रेमी एकत्रित होकर ब्रह्मसरोवर पर बने गीता केंद्र में, जो अब पुलिस थाना है, के बाहर धरना देंगे।

गीता केंद्र पर सरकार कर रही सियासत

सोमवार को एक बैठक के बाद गर्ग ने बताया, ‘गीता केंद्र पर सरकार सियासत कर रही है। गीता पर रिसर्च के लिए 22 वर्ष पहले बने सेंटर पर चल रहे पुलिस थाने को ही बरकरार रख रही है। लेकिन वहां गीता पर रिसर्च और स्टडी के लिए सेंटर बनाया गया था। इस बिल्डिंग में केवल गीता रिसर्च सेंटर हो, ना कि पुलिस थाना।’ उन्होंने बताया कि ब्रह्मसरोवर तट पर बना गीता केंद्र गीता पढ़ने वालों के लिए सभी तरह से उपयुक्त है। यह सरकार की उदासीनता का ही परिणाम है कि रिसर्च सेंटर में पिछले कई वर्षों से पुलिस थाना चलाया जा रहा है।

साभार- नवभारत टाइम्स

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