ज्यादा दिनों तक चलेगा गैस सिलेंडर, अपनाएं ये टिप्स…
आज लगभग हर जगह खाना बनाने के लिए गैस सिलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है, चाहे वह शहर हो या गांव. यह समय को बचाता है और इसका उपयोग भी आसान और सुविधाजनक है. दूसरी ओर आम आदमी इस घरेलू गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों से परेशान है. ऐसे में सभी कोशिश करते हैं कि उनका गैस सिलेंडर थोड़ा अधिक समय तक चल जाए, लेकिन अक्सर महीने भर से पहले ही उसकी गैस खत्म हो जाती है. अगर आप भी इस समस्या से दो चार हो रहे है तो यह खबर आपके लिए है. इसका कारण है कि आज हम आपको कुछ ऐसे सुझाव देने जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप अपने गैस सिलेंडर को काफी समय तक चला सकते हैं. तो, आइए जानते हैं कौन से हैं वो टिप्स …
लंबे समय तक सिलेंडर चलाने के लिए इन टिप्स को करें फॉलो
गीले बर्तन गैस पर न चढाएं
हम अक्सर खाना बनाते समय गीले बर्तनों को ही गैस के चूल्हे पर रख देते हैं. ऐसे में इस गीले बर्तन को सूखने में ही काफी समय लगता है और इस प्रक्रिया में बहुत सारी गैस खर्च होती है. ध्यान रखें कि बर्तन को हमेशा कपड़े से पोंछकर ही गैस पर डालें.
प्रेशर कुकर का करें इस्तेमाल
खाना बनाते समय अधिक से अधिक प्रेशर कुकर का इस्तेमाल करें. कुकर में खाना जल्दी बनाने से गैस बचती है. इसके अलावा, खाना पकाते समय बर्तन को हमेशा ढककर पकाएं. ऐसा करने से खाना जल्दी पकेगा और कम गैस का उपयोग होगा.
गैस के बर्नर को समय – समय पर करें साफ
समय-समय पर गैस के बर्नर को साफ करते रहें. लंबे समय से सफाई न होने पर गैस के बर्नर में बहुत सारी गंदगी जम जाती है. इससे गैस बर्बाद हो जाती है और वह ठीक से जल नहीं पाता है. आप आंच के रंग से पता कर सकते हैं कि बर्नर को साफ करना चाहिए या नहीं. यदि आंच का रंग बदल गया है, तो उसे साफ करना चाहिए.
फ्रिज से निकालकर तुरंत गैस पर न रखें बर्तन
हम अक्सर दूध या उस जैसे किसी भी चीज को फ्रिज से सीधे निकालकर गैस पर रख देते हैं. ऐसे में इन चीजों को गर्म होने में ज्यादा समय लगता है, इसलिए गैस की अधिक खपत होती है. हमेशा किसी भी चीज को गैस पर चढ़ाने से कुछ वक्त पहले ही फ्रिज से निकाल कर रखने की कोशिश करें. थोड़ी देर बाद, जब तापमान नॉर्मल हो जाएगा तब उसे गैस पर चढ़ाएं.
Also Read: जानें गर्मी में क्यों हो जाती है यूटीआई की दिक्कत ?
धीमी आंच पर पकाएं खाना
हमेशा खाना मीडियम आंच पर पकाएं. तेज आंच पर खाना पकाने में कम गैस की आवश्यकता होती है. इसके अलावा नियमित रूप से पाइप लीकेज की भी जांच करते रहें.