वाराणसी में गंगा घाटों का टूटा संपर्क, छोटी नावों के संचालन पर रोक

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वाराणसी में गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. इसके चलते घाटों का संपर्क टूटने लगा है. अब तक दो घाट जानकी और भदैनी पानी में डूब गए हैं. गंगा का जलस्तर हर घंटे 5-10 सेंटीमीटर बढ़ रहा है. इससे आस-पास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. आसन्न् खतरे को भांपते हुए गंगा में छोटी नावों के संचालन पर रोक लगा दी गई है.

जल पुलिस ने नाविकों संग की बैठक, अलर्ट जारी

बनारस में गंगा की बढ़ते जलस्तर को लेकर जल पुलिस एवं नाविकों के साथ बैठक दशाश्वमेध घाट पर हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि गंगा में अब नाव को अब काफी सतर्कता से चलाना होगा. इसके आलावा नाव पर क्षमता के आधे सवारियों को लाइफ जैकेट पहनाकर ही नाव से घाट घुमाया जायेगा. वाराणसी जल पुलिस प्रभारी मिथलेश यादव ने बताया कि नाविकों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अगले आदेश तक गंगा में छोटी नाव का संचालन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा. इसको लेकर अलर्ट भी किया गया है. जल पुलिस की कर्मचारियों द्वारा निगरानी भी रखी जा रही है.

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गंगा आरती में नहीं खड़ी होगी बाहरी नाव

जलपुलिस के मुताबिक गंगा के जलस्तर और तेज बहाव के मद्देनजर नाविकों की हिदायत दी गई है कि वे गंगा आरती के दौरान अपनी नाव न लगाएं. दशाश्वमेध को छोड़कर अन्य घाटों से आने वाली नाव को वापस लौटा दिया जायेगा. उन नावों को गंगा आरती में खड़े होने की अनुमति नहीं दी जायेगी. जल पुलिस प्रशासन मिथलेश यादव ने बताया कि नाविकों पर निगरानी रखी जा रही है. सभी को हिदायत दी गई है कि वह अपने नाव पर 50% यात्री बैठाकर ही नाव से पर्यटकों को घाट घुमाएंगे. आरती खत्म होने के बाद किसी नाव को नाव चलाने की अनुमति नही दी गई है. वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से दो घाटों का संपर्क टूट गया है. आज सुबह 8 बजे तक गंगा का जलस्तर 62.30 मीटर रहा.

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