लखनऊ : आशियाना में पुलिस और पत्रकारों पर भी हुआ हमला
लखनऊ के आशियाना की औरंगाबाद खालसा कॉलोनी में छिपे तेंदुए को गोली का निशाना बनाये जाने के बाद विवाद है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। वन विभाग की टीम काफी देर तक इस बात को दबाती रही कि तेंदुआ मरा नहीं है, उसे सिर्फ ट्रैंकुलाइज किया गया है।
शनिवार तड़के लोगों ने तेंदुए को इलाके में घूमते देखा तो वन विभाग की टीम को खबर की लेकिन टीम ने ध्यान नहीं दिया। पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। टीम ने कहा कि अब जनता के साथ-साथ टीम के लोगों की भी जान पर खतरा मंडरा रहा है। बिना पीएसी के ऑपरेशन संभव नहीं है।
खबर पाकर जब पत्रकार मौके पर पहुंचे तो रेस्क्यू टीम और पुलिस एक्शन में आई। लेकिन, लेटलतीफी से गुस्साई जनता ने रेस्क्यू टीम और पुलिस के साथ-साथ पत्रकारों पर भी पथराव कर दिया। इसमें कई लोगों को चोटें आईं।
इसी बीच तेंदुआ जाल फाड़कर मौके से करीब 500 मीटर दूर कॉलोनी निवासी शोएब के घर में जा घुसा। यहां मौजूद मुन्ना उर्फ मुजीर (30) और रजी (18) पर उसने हमला कर जख्मी कर दिया। तेंदुए के कॉलोनी में घुसते ही भगदड़ मच गई।शोएब के मकान की रसोई में दुबके तेंदुए को पकड़ने के लिए आशियाना इंस्पेक्टर त्रिलोकी सिंह सिपाहियों के साथ पहुंचे। हिंसक जीव ने उन पर भी हमला कर दिया। काफी देर तक वह तेंदुए को काबू करने में लग रहे। इस दौरान तेंदुए ने उनके सिर और दाहिने हाथ में गंभीर घाव कर दिया।
तेंदुआ जब काबू में नहीं आया तो इंस्पेक्टर ने तीन राउंड फायरिंग की, जिसमें से दो गोलियां तेंदुए को जा लगीं और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस दौरान वन विभाग की टीम घटनास्थल से करीब एक किमी. दूर खड़ी नजर आई। तेंदुए की मौत को भी करीब एक घंटे तक दबाए रही। जब भीड़ ने हल्ला किया तब तेंदुए के मरने की पुष्टि की गई।उधर दूसरी ओर वन विभाग के अधिकारी ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि 15 दिन में जांच पूरी होगी।
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15 मिनट हुआ संघर्ष, करीब 6 राउंड चली गोली…
जानकारी के अनुसार, शनिवार सुबह तेंदुआ आशियाना के औरंगाबाद इलाके में गैस और सीमेंट की लंबी पाइप से बाहर निकला।
-सुबह 5 बजे पाइप के बीच में लगे जाल को फांदते हुए रास्ते में चार लोगों को घायल कर दिया। फिर मो. शोएब के घर मे जा छिपा।
-लोगों ने बताया, मो शोएब और आशियाना एसएचओ दोनों का संयुक्त संघर्ष 15 मिनट तक तेन्दुए से चला। एसएचओ और शोएब ने अपनी पिस्टल से 6 राउंड गोली चलाई, इसके बाद तेंदुआ मारा गया।
-कमरे में तेंदुए के मरने की सूचना के बाद पहुंची वन विभाग की टीम ने बाहर निकाला। जू पहुंचने के बाद वहां के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
-बता दें, तीन दिनों से आशियाना के औरंगाबाद इलाके में बने करीब 5 हजार मकान के लोग दहशत में रहे।
सेना की एक टीम भी लगाई गई थी
– वन विभाग की टीम के साथ तेंदुए को पकड़ने के लिए आर्मी की मदद मांगी गई थी। सेना की एक टुकड़ी तेंदुए को पकड़ने के लिए मौके पर पहुंची।
-हाईटेक इक्यूपमेंट के साथ आर्मी के जवान तेंदुए को पकड़ने के लिए लगे थे। 4 पिंजड़े, 2 ट्रैंकुलाइज गन की मदद से तेंदुए को पकड़ने की कोशिशों में विभाग के कर्मचारी जुटे थे।
-वहीं, लोगों की सुरक्षा को देखते हुए मैदान के किनारे बैरीकेडिंग लगा दी गई थी, ताकि कोई आसपास न आ सके।
तेंदुए के हमले से एक महिला सहित अब तक 10 लोग घायल
-बता दें, तीन दिनों पहले से आशियाना के औरंगाबाद खालसा कॉलोनी में गुरुवार सुबह तेंदुआ घुस आया था।
-तेंदुए ने एक महिला सहित 4 लोगों पर हमला किया था। जख्मी होने वालों में जू का एक कर्मचारी भी है।
-शनिवार सुबह तेंदुए के हमले में इंस्पेक्टर आशियाना त्रिलोकी सिंह समेत 6 लोग घायल हुए ।