गाजीपुर में पूर्व विधायक मुख्तार सुपुर्द-ए-खाक, ये थी मौत की वजह
गाज़ीपुर: कई संगीन मामलों के आरोपित व आठ मुकदमों में सजा प्राप्त पूर्व विधायक व माफिया सरगना मुख्तार अंसारी ( Mukhtar Ansari) के शव को आज शनिवार को कालीबाग़ कब्रिस्तान ( Kalibaagh Kabristan ) में सुपुर्द-ए – खाक कर दिया गया. बता दें कि बाँदा जेल में बंद मुख़्तार अंसारी कानिधन हार्ट अटैक से हो गया था. मौत के बाद शुक्रवार को मुख्तार का पोस्टमार्टम बांदा मेडिकल कॉलेज में हुआ. इसके बाद मुख्तार का शव परिजनों को सौंपा गया. तत्पश्चात देर रात परिजन शव लेकर मोहम्मदाबाद स्थित पैतृक आवास पहुंचे.
माता-पिता की कब्र के पास दफन
बता दें कि पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी को कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है. कहा जा रहा है कि मुख़्तार को उनकी माता- पिता की कब्र के पास दफनाया गया है. मुख़्तार केजनाजे में लाखों की भीड़ उमड़ी. जनाजे कीनमाज के दौरान लोग कब्रिस्तान के भीतर जाने के लिए लोग होड़ मचाते दिखे जबकि पुलिसऔर मुख़्तार के बेटे उमर अंसारी और भाई अफजाल अंसारी की मौजूदगी में प्रक्रिया पूरीकराई गई.
अफजाल अंसारी बाहर निकले
जानकारी के मुताबिक,माफिया मुख्तार अंसारी को दफनाए जाने के बाद गाजीपुर सांसद और उसके भाई अफजालअंसारी कब्रिस्तान से बाहर आ गए हैं. वहां लोगों को भीतर जाने देने के लिए प्रशासनसे मांग की. इतना ही नहीं मुख्तार के बहनोई व्हील चेयर से कब्रिस्तान पहुंचे.बताया जा रहा है कि धीरे-धीरे लोगों को भीतर जाकर मिट्टी डालने जाने देने का मौकादिया जा रहा है.
समर्थकों को कराया जा रहा है दर्शन
कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारीको दफनाए जाने के बाद लोगों ने मिट्टी डालने की मांग शुरू कर दी. पुलिस औरप्रशासन की ओर से पहले इस संबंध में मंजूरी नहीं दी गई थी. लेकिन, बाद में अफजाल अंसारी और उमर अंसारी के साथ बातचीत के बाद लोगों के ग्रुप कोभीतर जाकर मिट्टी डालने की अनुमति दी गई. इस दौरान सुरक्षा को पुख्ता किया गया.
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शांति बनाये रखने की अपील
बता दें कि मुख़्तार अंसारी के जनाजे मेंशामिल लोगों की भीड़ भीतर घुसने को बेताब दिखी. इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा घेराबनाकर लोगों को गेट से दूर किया. इसके बाद मौजूद लोगों से शांति बनाए रखने की अपीलकी. वहीं, कब्रिस्तान में मुख्तार के दफनाने की प्रक्रिया को पूरा कराया जाता रहा. इस दौरानलोगों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई. मीडिया को भी दुश्वारियां झेलनी पडी.