बंगाल के पू्र्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन, राजनीति जगत में शोक
इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है, जिसमें पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन हो गया है. जानकारी के मुताबित, भट्टाचार्य लम्बे समय से बीमार चल रहे थे. वहीं आज 80 वर्षीय पूर्व सीएम बुद्धदेव ने अपने कोलकाता स्थित आवास पर अपनी अंतिम सांस ली. आपको बता दें कि सार्वजनिक जीवन के चलते बीते काफी समय पहले ही उन्होंने सक्रिय राजनीति से दूरी बना ली थी. दूसरी ओर राजनीति में दिए गए अपने विशेष योगदान की वजह से इस खबर के सामने आने से राजनीति जगत में शोक की लहर दौड़ गई है.
सांस लेने में दिक्कत की थी शिकायत
आपको बता दें कि गुरूवार की सुबह 8.20 पर पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने 80 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली और दुनिया को अलविदा कह दिया. उनका निधन कोलकाता स्थित उनके आवास पर हुआ है. बताया जा रहा है कि, जुलाई माह में उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह लंबे समय से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (CPD) और बुढ़ापे से संबंधित अन्य बीमारियों से पीड़ित थे.
कोलकाता में उनके घर पर ही उनका उपचार चल रहा था. वह अपने पीछे पत्नी और एक बेटी को छोड़ गए हैं. अपने स्वास्थ्य की वजह से भट्टाचार्य पिछले कुछ वर्षों से सार्वजनिक जीवन से दूर हो गए थे. साल 2015 में उन्होंने सीपीआई (एम) के पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति से इस्तीफा दे दिया था और 2018 में राज्य सचिवालय की सदस्यता भी छोड़ दी थी.
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जानें कौन थे बुद्धदेव भट्टाचार्य ?
साल 2000 से 2011 तक भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे थे. वह मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया का पोलित ब्यूरो के सदस्य भी रह चुके थे. उनका जन्म उत्तरी कोलकाता में हुआ था. उन्होंने बंगाली (ऑनर्स) में बीए की डिग्री प्राप्त की थी और कोलकाता के प्रतिष्ठित प्रेसीडेंसी कॉलेज से बंगाली साहित्य की पढ़ाई की थी. इसके बाद में वह बने सीपीआई (एम) में सीपीआई की युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन (बाद में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया में विलय) का राज्य सचिव बनाया गया था.