दुश्मनी भूल जापान और दक्षिण कोरिया फिर बने दोस्त, क्या है इसके पीछे का कारण
एक तरफ पूरी दुनिया युद्ध और आपसी संघर्ष से जूझ रही है तो दूसरी जापान और दक्षिण कोरिया एक नई मिसाल पेश कर रहे हैं। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल से मुलाकात की है। दोनों नेताओं की मुस्कुराती हुई तस्वीरें सबका दिल जीत रही हैं। गुरुवार को दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति सुक योल ने टोक्यो में कदम रखा। पिछले 12 साल में यह पहला मौका था जब दोनों देशों के नेताओं ने मुलाकात की है। योल का यह एक दिन का दौरा दोनों देशों के रिश्तों में काफी अहम माना जा रहा है। दोनों देशों के बीच द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ही तनाव है। इस मौके को जापान और दक्षिण कोरिया के रिश्तों पर जमी हुई बर्फ को पिघलाने वाला पल करार दिया जा रहा है।
The leaders of Japan and South Korea promised to turn the page on years of animosity at a meeting, putting aside their difficult, shared history and pledging to work together to counter regional security challenges https://t.co/0brRHKDgB2 pic.twitter.com/5B7pLOhhc3
— Reuters (@Reuters) March 16, 2023
वार्ता से पहले दागी गई मिसाइल…
रिपोर्ट में कहा गया है कि यात्रा से कुछ ही घंटे पहले उत्तर कोरिया ने अपनी चौथी बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी. गुरुवार को संयुक्त बयान में किशिदा ने कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल खतरों के जवाब में जापान और दक्षिण कोरिया ने द्विपक्षीय सुरक्षा वार्ता फिर से शुरू करने का फैसला किया है. यून ने कहा, “मेरा मानना है कि दोनों देशों को उत्तर कोरिया के परमाणु मिसाइल ट्रायल के लिए जवाब देने में सक्षम होना चाहिए.
क्या था दोनों देशो का विवाद?…
दक्षिण कोरियाई ने अपने उपनिवेशीकरण के दौरान जापानी सेना पर महिलाओं को वेश्यालयों में जबरन काम करने का आरोप लगाया था. इस मामले के बाद दक्षिण कोरिया को 2019 में जापान के साथ अपने सैन्य खुफिया-साझाकरण समझौते को रद्द करना पड़ा. दोनों देशों के बीच कड़वाहट एक सदी पहले कोरियाई प्रायद्वीप पर जापान के औपनिवेशिक शासन को लेकर थी. हालांकि 1965 में दोनों देशों के संबंध सामान्य हो गए थे.
Also Read: क्यों न्यूजीलैंड में आते है इतने भूकंप के झटके, जानें इसके पीछे का कारण