वाराणसी के इस कारखाने में लगी आग, लाखों का नुकसान
वाराणसी के मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के चांदपुर पंचायत भवन के समीप बुधवार की दोपहर कमलेश पटेल के कारखाने में आग लग गई. देखते-देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. तत्काल कमलेश पटेल ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी. लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड व स्थानीय लोगों ने मिलकर आग पर काबू कर लिया.
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प्रिंटिंग कारखाने में मशीन काटते समय हुई घटना
मिली जानकारी के अनुसार कमलेश पटेल तीन भाई हैं और उनके पिता जो साड़ी के डिब्बे पर प्रिंटिंग का कारखाना चलाते थे. उनकी मृत्यु कोरोना काल में हो गई थी. विगत 4 जून को तीनों भाइयों के सहमति से कारखाने की खराब हो चुकी मशीनों व सामान को बेचने की सहमति बनी थी. इसी को लेकर बुधवार की सुबह से एक मशीन को गैस कटर से कटवा रहे थे. तभी गैस कटर मशीन से निकली चिंगारी बगल में रखे खराब केमिकल के डिब्बों पर पड़ी. जिसके चलते आग ने विकराल रूप धारण कर दिया. कमलेश पटेल ने तत्काल पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी. कारखाने के ऊपरी मंजिल पर उनका परिवार रहता है. घटना के बाद परिवार के सदस्य घबरा गए. वे शोर मचाने लगे. आसपास के लोग जुट गए. सभी ने आवाज देकर पड़ोसी के छत पर जाने के लिए परिजनों को कहा. वे काफी डरे थे. हालांकि, साहस दिखाते हुए परिवार के सभी सदस्य पड़ोसी के छत पर पहुंच गए. सभी सुरक्षित हैं. मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड और स्थानीय लोगों ने मिलकर आग पर काबू पाया. कमलेश पटेल के अनुसार इस आग से लाखों का नुकसान हुआ है. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी. भीड़ होने से बचाव कार्य में भी परेशानी हुई जिसे देखते हुए पुलिस वालों ने मौके पर घेरा बनाकर घटना स्थनल से लोगों को दूर किया.
बहुत तेजी से फैली आग, संभलने का नहीं मिला मौका
बताते हैं कि केमिकल के कारण बहुत तेजी से आग फैल गई. बचाव के लिए संभलने का मौका ही नहीं मिला. कारखाने में आग बुझाने का कोई यंत्र भी नहीं था. केमिकल होने के कारण पानी का असर भी कम हो रहा था. यही वजह है कि स्थानीय लोगों का प्रयास नाकाफी साबित हुआ. कोशिश तब सफल हुई जब मौके पर दमकल कर्मी पहुंचे और आग बुझाने की कवायद शुरू की.