यूपी में किसानों पर कहर बन कर टूटी बारिश व ओलावृष्टि, फसलें चौपट, अब तक सात की मौत
अन्नदाता की मेहनत पर फिरा पानी
यूपी के कई जिलों में पिछले दो दिनों से जारी बरसात किसानों पर कहर बन कर टूटी है। भारी बारिश व ओलावृष्टि से जनजीवन प्रभावित होने के साथ ही फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से गेहूं, सरसो, मसूर व अरहर की फसलें पूरी तरह चौपट हो गई हैं।
शुक्रवार सुबह से ही बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी, सीतापुर व बलरामपुर सहित कई जिलों में भारी ओलावृष्टि ने जमकर तबाही मचाई। बारिश के कारण हादसों में सीतापुर, अयोध्या, बहराइच व बाराबंकी में कुल सात मौतें हुई हैं।
सुल्तानपुर में देर रात से ही बारिश के बीच ओलावृष्टि होती रही। जिससे सड़क पर ओलों की मोटी परत बन गई।
बारिश के साथ हवाएं चलने से सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल गिर गयी है। मौसम का रूख देखकर अन्नदाता चिंतित हैं।
अन्नदाता की मेहनत पर फिरा पानी
इन दिनों गेहूं के पौधे पर दाने बनने शुरू हो गये हैं। ऐसे समय में बारिश होने से फसल को नुकसान पहुंचता है। पौधे के फूल झड़ने से दाने नहीं बनते। रोग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है। वहीं बारिश के साथ हवाएं चलने से गेहूं की फसल गिर गयी है। बारिश से बागानी फसलों व सब्जियों को भी नुकसान पहुंचा है। इससे पहले बीते सप्ताह हुई ओलावृष्टि से भी फसलों को नुकसान पहुंचा था।
किसानों पर कहर
अब फिर से हुई बारिश किसानों पर कहर बनकर टूटी है। बारिश से न केवल बौर खराब हो जाती है बल्कि दाने भी झड़ जातें हैं। उन्होंने बताया कि रोगों से बचाव के लिए धूप निकलने के बाद कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए।