भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को भारत ने ऋण सुविधा के तहत 44,000 टन से अधिक यूरिया मुहैया कराया है. भारतीय उच्चायोग ने बताया कि श्रीलंका के किसानों को समर्थन और खाद्य सुरक्षा के लिए द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए जारी प्रयासों की तहत यह मदद दी गई है. श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने कृषि मंत्री महिंदा अमरवीरा से मुलाकात कर उन्हें 44 हजार टन से अधिक यूरिया आने की जानकारी दी.
इसी बीच भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा ‘हम श्रीलंका का बहुत समर्थन करते रहे हैं. हम मदद करने की कोशिश कर रहे हैं और जहां वे चिंतित हैं, हम हमेशा बहुत मददगार होते हैं. वे अभी अपनी समस्याओं के माध्यम से काम कर रहे हैं, इसलिए हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि वे क्या करते हैं. अभी तक शरणार्थियों से संबंधित कोई समस्या नहीं है. शरणार्थियों को लेकर चिंता करने वाली कोई बात नहीं है.’ तीन दिवसीय यात्रा पर केरल की राजधानी पहुंचने के बाद तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे के बाहर डॉ. एस. जयशंकर ने मीडिया के सामने ये जानकारी दी.
उधर, कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने श्रीलंका संकट को लेकर कहा कि कांग्रेस इस गंभीर संकट की घड़ी में श्रीलंका और उसके लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करती है और आशा करती है कि वे इससे उबरने में सक्षम होंगे. हमें उम्मीद है कि भारत श्रीलंका के लोगों और सरकार की सहायता करना जारी रखेगा क्योंकि वे मौजूदा स्थिति की कठिनाइयों से निपटते हैं.
Congress expresses its solidarity with Sri Lanka & its people in this moment of grave crisis & hopes they'll be able to overcome it. We hope India will continue to assist people&govt of Sri Lanka as they deal with difficulties of the current situation: Congress chief Sonia Gandhi pic.twitter.com/3JYwpgNsDt
— ANI (@ANI) July 10, 2022