आपातकाल: संविधान पर कांग्रेस ने किया हमला, राष्ट्रपति ने दोनों सदनों को किया संबोधित

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नई दिल्ली: देश में 18वीं लोकसभा के लिए चयनित नवनिर्वाचित सांसदों और संसद के दोनों सदनों को आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संयुक्त रूप से संबोधित किया. अपने संबोधन में मोदी सरकार के पिछले 10 सालों की उपलब्धियां गिनाई तो वहीं, पेपर लीक की घटनाओं और EVM पर सवाल उठाने को लेकर विपक्ष को नसीहत भी दी. इतना ही नहीं राष्ट्रपति मुर्मू ने इमरजेंसी को संविधान पर सबसे बड़ा हमला बताया.

आपातकाल: संविधान पर सबसे बड़ा काल

राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि देश में कुछ महीनों के बाद भारत का गणतंत्र 75 वर्ष का हो जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारे भारत का संविधान बीते समय में हर चुनौती पर और  कसौटी पर खरा उतरा है. राष्ट्रपति ने कहा कि जब संविधान बन रहा था, तब भी दुनिया में ऐसी ताकतें थीं जो भारत के असफल होने की कामना कर रही थीं. देश में संविधान लागू होने के बाद भी संविधान पर अनेक बार हमले हुए. उन्होंने कहा कि आज 27 जून है. आपातकाल संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा काल अध्याय है.

राष्ट्रपति के भाषण से सदन में हाहाकार…

बता दें कि राष्ट्रपति के भाषण से सदन में हाहाकार मच गया. उन्होंने कहा कि ऐसी असंवैधानिक ताकतों पर देश ने विजय प्राप्त करके दिखाया क्योंकि भारत के मूल में गणतंत्र की परंपराएं रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि मेरी सरकार भी संविधान को महज राजकाज का माध्यम नहीं मानती. संविधान जनचेतना का हिस्सा हो, हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं. इसी ध्येय के साथ मेरी सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मानना शुरू किया है.

पेपर लीक पर बोली राष्ट्रपति…

राष्ट्रपति ने NEET पेपर लीक मसले पर कहा कि सरकार का यह लगातार प्रयास है कि देश के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा अवसर मिले. इसलिए सरकार पेपर लीक के हालिया घटनाओं की निष्पक्ष जांच के साथ दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए काम कर रही है. इससे पहले भी हमने कई राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं देखी है, लेकिन इससे ऊपर दलगत राजनीति से  उठकर देशव्यापी ठोस कदम उठाने की जरूरत है.

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25 करोड़ लोग गरीबी से आए बाहर…

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की सरकार इस इरादे से काम कर रही है कि देश के किसी भी राज्य में रह रही एक भी जनता किसी सरकारी योजना से वंचित न रहे. सरकारी योजनाओं की वजह से देश में 25 करोड़ जनता गरीबी से बाहर आई है. मुर्मू ने कहा कि विकसित भारत का सपना तभी संभव है जब देश के गरीब, युवा, महिलाएं और किसान सशक्त होंगे.

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