आप विधायक अमानतुल्लाह खान के ठिकानों पर ED का छापा, जानें किस मामले में हुई कार्रवाही ….
आबकारी मामले में आप सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद आज मंगलवार को फिर आप के विधायक अमानतुल्लाह खान ED की रडार पर आ गए, प्रवर्तन निदेशालय विधायक अमानतुल्लाह खान के कई ठिकानों पर मंगलवार की सुबह से छापेमारी की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिल्ली वक्फ बोर्ड के कामकाज में वित्तीय हेराफेरी और अन्य अनियमितताओं के आरोपों के चलते आप विधायक अमानतुल्लाह खान के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। इस मामले को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गयी थी, जिस पर कार्रवाही करते हुए विधायक अमानतुल्लाह खान के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की है।
क्या है दिल्ली वक्फ बोर्ड मामला ?
एन्टी करप्शन ब्यूरो ने साल 2022 में अमानत और करीबियों से जुड़े 5 ठिकानों पर दिल्ली में छापेमारी की थी, इस दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो को विधायक अमानतुल्लाह के बिजनेस पार्टनर हामिद अली के आवास से एक पिस्टल ब्रेटा के साथ 12 लाख रूपये कैश भी बरामद हुआ था। इसके साथ ही विधायक अमानतुल्लाह खान पर आरोप लगा कि, उन्होने दिल्ली वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष रहते हुए अपने पद का दुरूपयोग किया। इसके अलावा विधायक अमानतुल्लाह दिल्ली वक्फ बोर्ड के बैंक खातों में वित्तीय गड़बड़ी और वाहनों की खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है, इसके साथ ही नियमों का उल्लंघन करते हुए 32 लोगों की अवैध नियुक्ति का आरोप भी उन पर लगा है। इस मामले में एसीबी ने जनवरी 2020 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और IPC की अलग-अलग धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।
अपने पर लगे आरोपों को लेकर अमानतुल्लाह कही ये बात ..
आप विधायक अमानतुल्लाह खान पर साल 2022 में भी कार्रवाई की गयी थी। ऐसे में विधायक ने खुद अपने पर लगे आरोपों को लेकर एक टीवी चैनल पर बातचीत की थी, जिसमें उन्होने अपने पर लगे आरोपों को लेकर कहा था कि, ‘CEO वक्फ बोर्ड की शिकायत पर ये सब हो रहा है. कॉन्ट्रैक्ट के लिए नहीं, परमानेंट स्टाफ के लिए नियुक्ति हुई थी. मुझसे पहले 24 लोगों को भर्ती किया गया. सबको मेरिट बेस पर लिया गया. उसी CEO ने इन लोगों को भी रखा, जिसने शिकायत की है. ये 2022 के रिकॉर्ड मांग रहे हैं, जो हमने दे दिए. रिलीफ कमेटी 2020 में बनी, FIR उससे पहले हो गई. ना मैंने किसी केस को प्रभावित किया, ना कुछ गलत किया. मैंने सभी मानदंडों का पालन किया है. मेरे खिलाफ 23-24 FIR हैं.’
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आपकों बता दें कि, आम आदमी पार्टी के कई सारे नेता जांच एजेंसियों की रडार पर चल रहे है, एक साल पहले मनी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी की गयी थी, इसके बाद आबकारी घोटाले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की गयी, हालही में इसी मामले में संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है।