अध्ययन : Junk Food खाने से नहीं आती गहरी नींद, आज ही बदलें अपनी डाइट

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लखनऊ: आज कल हमारे चारो तरफ जंक फ़ूड की भरमार है, आज के समय में लोगों का पसंदीदा आहार बन चूका है जंक फ़ूड, लेकिन की आप जानते है इसके कारण से आपके जीवन पर क्या असर पड़ रहा है? नहीं, आइए हम बताते है. हाल ही में हुए एक अध्यन में ये बात सामने आई कि जंक फ़ूड या वो खाना जो स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है, उससे आपकी नींद का सीधा कनेक्शन है. इसके मुताबिक जंक फूड खाने से गहरी नींद की गुणवत्ता कम हो जाती है या इंसान अच्छी गहरी नींद नहीं ले पाता. और रक मानव को स्वस्थ्य रहने के लिए अच्छी नींद का होना जरुरी है. आइए तो आपको बताते है इस अध्ययन बारे में-

जंक फ़ूड के कारण उड़ जाती है गहरी नींद- अध्ययन

एक अध्ययन में यह बात पता चली कि अस्वस्थ खाना खाने से गुणवत्ता वाली गहरी नींद कम हो जाती है. गहरी नींद सोने के दौरान नींद के चौथे चरण में आती है. यह अवस्था शरीर के लिए बहुत ही जरूरी है. मसलन, यादाश्त, मांसपेशियों की वृद्धि और इम्यूनिटी आदि नींद की इसी अवस्था में मजबूत होती है.

स्वीडन में हुई रिसर्च

यह शोध स्वीडन के उप्साला यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है. उन्होंने यह रिसर्च किया है जंक फूड नींद पर कैसे असर डालता है. हालांकि इस शोध का दायरा बहुत बड़ा नहीं था. इस शोध के लिए प्रतिभागियों को अनियमित क्रम में स्वास्थवर्धक और अस्वस्थकर खाना खिलाया गया. यह शोध हाल ही में जर्नल ओबीसिटी में प्रकाशित हुआ है.

ना अच्छी नींद ना अच्छा खाना, बढ़ा सकता है स्वास्थ्य संबंधी जोखिम- अध्ययन

इस शोध का परिणाम यह रहा है कि उन लोगों की तुलना में जिन्होंने सेहतमंद खाना खाया, जंक फूड खाने वाले प्रतिभागियों की गहरी निद्रा की गुणवत्ता घट गई. उप्साला यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर जोनाथन सेडरनेस ने कहा, ‘खराब खाना और खराब नींद दोनों कई तरह की जन स्वास्थ्य समस्याओ का जोखिम बढ़ाती हैं.’

रिसर्च में 15 लोगों को शामिल किया गया था

इस शोध के दो सत्रों में सामान्य वजन वाले कुल 15 स्वस्थ युवा प्रतिभागियों ने भाग लिया. प्रतिभागियों की पहले उनकी नींद की आदतों को लेकर पड़ताल की गई. मसलन, समान्य स्थिति के लिए हर रात 7 से 9 घंटे की नींद आवश्यक होती है. सबकुछ सामान्य रहने पर ही उन्हें रिसर्च में शामिल किया गया.

स्वस्छ व कैलोरी युक्त आहार करें ग्रहण

इस रिसर्च में एक जरुरी बात का ध्यान रखा गया था कि स्वास्थवर्धक और अस्वस्थकर खाना बदल-बदलकर जो प्रतिभागियों को दिए गए, उसकी कैलोरी बराबर रखी गई और हर व्यक्ति के प्रतिदिन की आवश्यकता को देखते हुए ही उपलब्ध कराई गई.

इन चीजों की मात्रा को जंक फ़ूड में शामिल किया गया

रिसर्च में इस बात का खासा ध्यान रखा गया कि जंक फ़ूड ऐसा हो, जिसमें चीनी, संतृप्त वसा और प्रोसेस्ड फूड वाली चीजों की मात्रा अधिक हो। प्रत्येक तरह के खाने को प्रतिभागियों एक हफ्ते तक दिया गया। सभी की नींद की गतिविधियां, खाने के समय को व्यक्तिगत स्तर पर देखा गया.

हैरान कर देने वाले अध्ययन की परिणाम

सेडरनेस ने कहा, ‘हमनें क्या देखा की प्रतिभागी दोनों तरह का आहार लेने के बाद उतनी ही देर सोए….। ‘ उन्होंने कहा, ‘आश्चर्यजनक रूप से स्वस्थ भोजन की तुलना में हमने देखा कि जब प्रतिभागियों ने जंक फूड खाया तो गहरी नींद में कम धीमी-तरंग गतिविधि प्रदर्शित हुई…’ यह गहरी नींद की गुणवत्ता परखने का एक तरीका है.

जंक फ़ूड ने कर राखी है नींद हराम -रिसर्च

कुल मिलाकर वैज्ञानिकों ने पाया कि जंक फूड खाने के बाद गहरी नींद की गुणवत्ता प्रभावित हुई. ऐसे प्रतिभागी गहरी निद्रा वाली नींद की अवस्था में तुलनात्मक रूप से कम गहरी नींद में सोते पाए गए. शोधकर्ताओं का कहना है कि उम्र बढ़ने पर और अनिद्रा की स्थिति में ऐसी ही समस्याएं आती हैं.

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